देहरादून: कोरोना काल में डॉक्टर लोगों को इम्यूनिटी बूस्टर वाले फल और सब्जियां खाने की सलाह दे रहे हैं. आसमान छूती महंगाई ने इन चीजों को आम लोगों की पहुंच से दूर कर दिया है. इसको लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार पर सवाल उठाए हैं.
हरीश रावत ने ट्विटर के जरिए तीरथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार बहुत सारे मामलों में असहाय दिख रही है. आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ाने वाले बहुत बलशाली दिखाई दे रहे हैं. विटामिन सी, जिंक, फास्फोरस के स्रोत जितने भी फल और दूसरी चीजें जो इम्यूनिटी बूस्टर आइटम्स हैं, उनके दाम कई-कई गुना बढ़ गये हैं.
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उन्होंने कहा कि इन चीजों के दाम इतने बढ़ गये हैं कि इम्यूनिटी बूस्टिंग का नारा केवल 10 से 15 प्रतिशत लोगों के लिए रह जाएगा. आम आदमी तो छोड़िये, कोरोना संक्रमित भी अपना जीवन बचाने के लिये इन चीजों का उपयोग नहीं कर पायेंगे. सरकार को मंडियों में ही सही इन वस्तुओं की पैलरल सेल प्रारंभ करनी चाहिए, ताकि इनके दाम कुछ तो नीचे आएं.
हरदा ने समाजसेवियों से अपील की कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर में लोगों ने दिल खोल कर जरूरतमंदों की मदद की. यह पहली लहर से ज्यादा घातक है और मदद के लिये आपको अपने अड़ोस-पड़ोस को तलाशना पड़ेगा. मुझे मालूम है कई परिवार जो कोरोना संक्रमित हैं, उनको उनके पड़ोसी खाना बना करके दे रहे हैं. हॉस्पिटल्स के बाहर तीमारदारों की लंबी लाइन लगी हुई है. उन तक भी यदि समाजसेवी संगठन कुछ खाना पहुंचा सकें तो इससे उन परिवारों को बड़ा अपनत्व मिलेगा.