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स्वाद के साथ सियासी छौंका, हरीश रावत ने दी मंडुआ पार्टी - Harish Rawat organized Mandua party in Dehradun

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) ने देहरादून में मंडुआ पार्टी का आयोजन (Mandua party organized in Dehradun) किया. हरीश रावत की मंडुआ पार्टी (Harish Rawat Mandua party) में उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों से बने लजीज व्यंजन परोसे गये. जिसमें मंडुए की रोटी, झंगोरे की खीर, भट्ट की दाल मुख्य तौर से रही. हरीश रावत की मंडुआ पार्टी का सभी ने स्वागत किया.

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देहरादून में हरीश रावत ने किया मंडुआ पार्टी का आयोजन

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Published : Jan 2, 2023, 5:51 PM IST

हरीश रावत ने किया मंडुआ पार्टी का आयोजन.

देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Uttarakhand Former Chief Minister Harish Rawat) अक्सर पार्टी को लेकर चर्चाओं में रहते हैं. इस बार हरीश रावत ने मंडुआ पार्टी (Harish Rawat Mandua party) का आयोजन किया है. इस मंडुआ पार्टी के जरिए हरीश रावत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर दे रहे हैं. हरीश रावत पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए इससे पहले आम पार्टी, झंगोरा पार्टी, भुट्टा पार्टी समेत तमाम उत्पादों को लेकर पार्टियों का आयोजन कर चुके हैं. अपनी अलग तरह की पार्टियों को लेकर हरीश रावत खूब सुर्खियां बटोरते हैं.

सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून स्थित अपने आवास पर मंडुआ पार्टी (Mandua party organized in Dehradun) का आयोजन किया. इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत की ओर से उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों से बने व्यंजनों की दावत दी गई. व्यंजनों में खास तौर पर मंडुए की रोटी, झंगोरे की खीर, भट्ट की दाल और अन्य स्थानीय उत्पादों से बने व्यंजनों को परोसा गया.

गौरतलब है कि यूनाइटेड नेशन ने साल 2023 को मंडुआ वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया है. जिसकी पूर्व सीएम हरीश रावत ने खूब सराहना की है. मंडुआ और उत्तराखंड के अन्य स्थानीय उत्पादों की पैदावार को बढ़ावा देने के लिए पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार का भी हर कदम पर साथ देने की बात की है.

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बता दें राज्य सरकार ने दिसंबर महीने भारत सरकार के सार्वजनिक वितरण मंत्रालय को फसल साल 2022-23 के मोटे अनाज के प्रोक्यूरमेंट के लिए प्लान प्रेषित किया गया. भारत सरकार ने उत्तराखण्ड के प्रोक्यूरमेंट प्लान को स्वीकार करते हुए मोटे अनाज के 0.096 लाख मीट्रिक टन के प्रोक्यूरमेंट की अनुमति दी है. मंडुआ के प्रोक्यूरमेंट की यह अनुमति फसल वर्ष 2022-23 के लिए दी गई है. मंडुआ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3574 रूपये प्रति कुन्तल निर्धारित है.

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