देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? किस के चेहरे पर कांग्रेस चुनावी मैदान में उतरेगी? इसका इशारा कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कर दिया है. हरीश रावत मंगलवार (26 अक्टूबर) को केदारनाथ गए थे. यहां उन्होंने बाबा केदार से खुद को मुख्यमंत्री बनने के लिए आशीर्वाद मांगा. यानी हरीश रावत ने खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया है.
हरीश रावत पिछले काफी समय से पार्टी हाईकमान से मांग कर रहे थे कि उत्तराखंड में पार्टी सीएम का चेहरा घोषित करे. ताकि कांग्रेस उसी चेहर पर चुनाव लड़ सके और आगे की रणनीति बना सके. वहीं कुछ दिनों पहले लक्सर में हुई एक रैली के दौरान हरीश रावत ने कहा था कि उत्तराखंड में भी वे किसी दलित चेहरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते है. हालांकि बुधवार को उन्होंने जो ट्वीट किया उसमें उन्होंने अपनी मंशा साफ कर दी.
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दलित मुख्यमंत्री की वकालत करते-करते बयां कर दी इच्छा: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत भले ही अपने बयानों में यह बात पहले कई बार कह चुके हों कि उत्तराखंड का मुख्यमंत्री कोई दलित चेहरा होगा या दलित चेहरा अगर मुख्यमंत्री बनता है तो उन्हें प्रसन्नता होगी, लेकिन उनके मन में क्या है ये बात आज उन्होंने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक कर दी. एक समय था जब हरीश रावत ब्राह्मण मुख्यमंत्री की वकालत करते थे, फिर समय ऐसा आया कि पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने वाहवाही लूटने की कोशिश की, और उसी भावना में बहते हुए हरीश रावत ने उत्तराखंड में भी एक दलित मुख्यमंत्री बनाने की बात कह दी. लेकिन अब खुद हरीश रावत ने पोस्ट पर यह लिखकर साफ कर दिया है कि उन्होंने बाबा केदार से यही मांगा है कि वो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनें और जो 2017 तक मुख्यमंत्री रहते हुए नहीं कर पाए थे वो अब कर पाएं.
हरीश रावत ने लिखा कि,