देहरादून: दुष्कर्म पीड़िता ने 29 अप्रैल को बाबा परमानंद पुरी और उसकी पत्नी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन मामले अब तक कोई कार्रवाई नहीं होता देख पीड़िता ने एक बार फिर से सरकार और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है. मामले में पीड़िता ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है. साथ ही मामले में इंसाफ के लिए पीड़िता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.
डालनवाला थाना क्षेत्र की एक महिला ने बाबा परमानंद पुरी पर कई संगीन आरोप लगाए हैं. पीड़िता का आरोप है कि बाबा उसके साथ पिछले 9 साल से भूत चुड़ैलों का डर दिखाकर दुष्कर्म करता रहा था. इसके साथ ही बाबा अपने आर्थिक लाभ लेने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर मानसिंह और राकेश कुमार गुप्ता से उसका बलात्कार करवाता था.
पीड़िता ने बाबा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता का कहना है कि बाबा उसे भूत-चुड़ैलों का भय दिखाकर निर्वस्त्र रखता था और बार-बार दुष्कर्म करता था. उसके बाद बाबा की बुरी निगाहें उसकी बच्चियों पर भी पड़ी. जिसके बाद मामला पुलिस प्रशासन तक पहुंचा, लेकिन पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की. वहीं, कई महिलायें भी बाबा पर मारपीट का आरोप लगाया है.
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पीड़िता ने कहा वह बेसहारा है, पिछले 7 महीनों से वह अपनी और बेटियों की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन और सरकार से न्याय की गुहार लगा रही है, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई. उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक अन्य आरोपियों पर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की.
पीड़िता ने बताया कि वह मूल रूप से हरिद्वार की रहने वाली है. उसके घर के पास बाबा परमानंद पुरी और प्रवीण गुजराल भी रहता था. बचपन से ही बाबा उनके घर आता जाता था और उसके बीमार होने पर झाड़-फूंक करते हुए भूत चुड़ैलों की बात करता था. जब वह नौवीं कक्षा में पढ़ती थी, तब पहली बार बाबा ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. उसके बाद 2006 में बाबा अपना घर बार छोड़कर हरिद्वार से दून आश्रम आ गया.
2022 में महिला के शादी की बातचीत शुरू हुई, लेकिन बाबा ने मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति के साथ उसकी शादी कर दी. अपनी पीड़ा लेकर पीड़िता डीजीपी से भी मिली. जिसके बाद डीजीपी ने मामले में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए. मामले में 28 अप्रैल को मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन पीड़िता का कहना है कि मुकदमा दर्ज करने में भी पुलिस ने देरी की. ताकि आरोपियों को इसका लाभ मिल सके.
बता दें कि महिला की तहरीर के आधार पर बाबा परमानंद पुरी और प्रवीण गुजराल और उनकी पत्नी पूनम गुजराल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस द्वारा परमानंद पुरी से पूछताछ में जानकारी मिली कि महिला ब्लैकमेल कर रही है. ऐसे में महिला पहले भी बाबा पर मकान हड़पने का आरोप लगा चुकी है. इसलिए जांच के बाद सीओ सिटी ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी. पुलिस ने मामले की आगे की कार्रवाई जारी है.