देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले में सबसे ज्यादा चर्चाओं में आए जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह नाम के शख्स को आखिरकार हिमाचल के आराकोट बॉर्डर पर इंटरसेप्ट किया गया है. जिसके बाद देहरादून से एसटीएफ टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी है.
बता दें कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में जांच पड़ताल के दौरान सबसे अधिक चर्चाओं में हाकम सिंह नाम का व्यक्ति आया था. जिसके खिलाफ सोशल मीडिया में पेपर लीक के मुख्य आरोपी के रूप में ना सिर्फ प्रचार-प्रसार किया गया बल्कि, एसटीएफ को भी जानकारी दी गई. हालांकि, पुख्ता सबूत ना मिलने के कारण एसटीएफ अभी तक उससे पूछताछ नहीं कर सकी थी, लेकिन कुछ सुराग मिलने के उपरांत अब उसको डिटेन कर पूछताछ की कार्रवाई की जा रही है.
ये भी पढ़ें:उत्तराखंड में पीसीएस अफसरों के तबादले, शालिनी नेगी UKSSSC एग्जाम कंट्रोलर नियुक्त
साल 2020 में भी हाकम सिंह का नाम UKSSSC पेपर की गड़बड़ी में आया था:जानकारी के मुताबिक, हाकम सिंह का नाम साल 2020 में उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग परीक्षा गड़बड़ी मामले में भी सामने आया था. बताया जा रहा हैं उस समय हाकम सिंह के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ था. यही कारण है कि 2021 पेपर लीक मामले में भी हाकम सिंह को मुख्य आरोपियों के रूप में सोशल मीडिया के जरिए खबरें सामने आ रही है.. हालांकि, अभी इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं है. हाकम सिंह उत्तरकाशी के मोरी से जिला पंचायत सदस्य भी है.
ये भी पढ़ें:UKSSSC के सचिव संतोष बडोनी पद से हटाए गए, सुरेंद्र सिंह रावत को मिली जिम्मेदारी
हाकम सिंह की बैंकॉक फरार होने की खबरें भी सामने आई थी:पेपर लीक मामले में एसटीएफ की जांच पड़ताल शुरू होने के कुछ दिन उपरांत ही ऐसी भी खबरें सोशल मीडिया पर आई थी कि उत्तरकाशी के मोरी इलाके से जिला पंचायत सदस्य के नाम से चर्चाओं में आए हाकम सिंह एसटीएफ की कार्रवाई से बचने के लिए बैंकॉक फरार हो गया था. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई. अब एसटीएफ ने आखिरकार हाकम सिंह पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. ऐसे में देखना होगा कि आरोपित के खिलाफ एसटीएफ आगे क्या कार्रवाई करती है