देहरादून: उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली किसी से छिपी नहीं है. ये में शायद शिक्षा महकमे के अधिकारियों की आंखें ये खबर खोल सकेगी. ईटीवी भारत आज शिक्षा के हालातों पर अपनी रिपोर्ट में राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज बंजारावाला को दिखाने जा रहा है. जहां शिक्षा के इस मंदिर में नशाखोरी का अड्डा चलाए जाने की तस्दीक कर रहा है. देखिये खास रिपोर्ट.
राजधानी स्थित स्कूल की बदहाली
कहने को तो यह राजधानी का स्कूल, लेकिन इस विद्यालय का जर्जर भवन देखकर किसी दूरस्थ क्षेत्र की बदहाल स्कूल की याद आ जाती है. राजधानी के स्कूलों को प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का मॉडल माना जाता है. अब उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार के इसी मॉडल को इस स्कूल के हालातों से समझिए. यह स्कूल देहरादून नगर निगम यानी शहरी क्षेत्र में स्थित है. राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज बंजारावाला प्रदेश में बाकी स्कूलों की तरह ही लॉकडाउन के दौरान बंद रहा. हालांकि, 10वीं और 12वीं की कक्षायें खोले जाने के आदेश के बाद स्कूल को फिलहाल इन कक्षाओं के लिए रेगुलर चलाया जा रहा है.
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स्कूल बना नेशेड़ियों का अड्डा
स्थानीय लोगों के मुताबिक, शिक्षा का यह मंदिर नशेड़ियों के लिए एक अड्डा बन चुका है. स्कूल परिसर में कई आपत्तिजनक चीजें दिखाई दे सकती है. इस स्कूल की चारदीवारी में की गई तोड़फोड़, यह बताती है कि कैसे शरारती तत्व खाली समय में स्कूल को अपने नशे का अड्डा बना रहे हैं.