देहरादून:आम आदमी के इलाज के लिए उत्तराखंड में अटल आयुष्मान योजना (Atal Ayushman Yojana in Uttarakhand) लंबे समय से चल रही है. यह योजना आम जनता के हित के लिए राज्य सरकार ने चलाई थी. इस योजना के तहत उत्तराखंड निवासी किसी भी व्यक्ति का ₹5 लाख तक का फ्री इलाज (Free treatment up to 5 lakhs) हो सकता है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि यह योजना उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य के लिए जहां बेहद कारगर साबित हो रही है. वही राज्य सरकार इस योजना को पूरा करने के लिए अच्छा खासा पैसा खर्च कर रही है. आखिरकार आप इस योजना का कैसे फायदा उठा सकते हैं और इसके क्या मानक है.
आयुष्मान योजना के तहत इलाज: आपके घर का कोई भी सदस्य अगर पैसों के अभाव में इलाज से वंचित है तो आपके लिए आयुष्मान कार्ड योजना बेहद फायदे का सौदा साबित हो सकती है. सरकार आपसे कई माध्यमों से टैक्स वसूलती है और उन्हीं टैक्स का पैसा उत्तराखंड में आयुष्मान कार्ड योजना के तहत आम लोगों के इलाज में खर्च कर रही है. उत्तराखंड में अब तक अगर आंकड़े की बात करें तो 48,79,178 कुल अटल आयुष्मान कार्ड बने हैं. जबकि अब तक आयुष्मान कार्ड से लगभग 5,94,287 लोग इलाज करवा चुके हैं. वही, राज्य सरकार ने अब तक इस में 1043 करोड़ रूपए खर्च किए हैं.
निजी अस्पतालों पर कार्रवाई: हालांकि, इस योजना को राज्य के कई अस्पताल गच्चा भी लगा देते हैं. लगभग 90 ऐसे अस्पताल हैं, जिन पर 2 सालों के अंदर कार्रवाई की गई है. यह वह अस्पताल हैं, जो प्राइवेट है और मरीजों को इलाज देने से इंकार कर रहे थे. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने गढ़वाल और कुमाऊं के इन अस्पतालों पर कार्रवाई करते हुए, जुर्माना भी लगाया है. इस योजना में बकाया नहीं मिलने पर बीते कुछ महीने पहले राज्य के अस्पतालों ने हाथ भी खड़े कर दिए थे.
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