देहरादूनःपरिवहन विभाग की आरटीए बैठक में गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे बुरी तरह से ऑटो चालकों पर भड़क गए. इससे पहले बैठक में 24 प्रस्तावों पर विचार विमर्श के साथ ही डोर टू डोर वाहनों के लिए ई रिक्शा चालकों को ऑटो का परमिट देने के निर्देश दिए गए. जिस पर ऑटो चालकों ने बैठक के दौरान बाहर नारे लगाने शुरू कर दिए. ऐसे में गढ़वाल कमिश्नर ऑटो चालकों पर भड़क पड़े. हालांकि, मामला शांत होने के बाद कमिश्नर पांडे ने ऑटो चालकों से वार्ता करने के निर्देश दिए.
वहीं, बैठक में निर्णय लिया गया कि घंटाघर और परेड ग्राउंड में विक्रम प्रतिबंधित नहीं होंगे, लेकिन सभी कमर्शियल गाड़ियों में जीपीएस लगाए जाएंगे. ताकि, विक्रम जगह-जगह रूक कर सवारी न बैठा पाएं. अगर कोई नियम का उल्लंघन करेगा तो उसका परमिट कैंसिल कर दिया जाएगा. इसके अलावा आरटीओ को कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए गए हैं. इन कंट्रोल रूम से सभी कमर्शियल वाहनों की मॉनिटरिंग की जाएगी. पहले एक महीने तक मॉनिटरिंग की जाएगी और उसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा.
आरटीए की बैठक में शहर के अंदर आम जनता को सेवा उपलब्ध कराने के लिए मंझली गाड़ियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया. इन वाहनों को अलग-अलग रूटों पर चलाने के लिए विचार विमर्श किया गया. वहीं, गढ़वाल कमिश्नर पांडे ने जाम की समस्या को दूर करने के लिए परिवहन विभाग को पुलिस विभाग के साथ मिलकर कार्रवाई करने को कहा. बैठक में पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन सेवा पर भी विचार किया गया. उन्होंने पुलिस विभाग से ई रिक्शा के प्रतिबंधित मार्ग पर संचालन और नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
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