देहरादून:सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने मसूरी के लिए एरियल पैसेंजर रोप-वे सिस्टम के लिए भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) की 1500 वर्ग मीटर भूमि को उत्तराखंड सरकार को हस्तांतरित किये जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने पीएम मोदी का आभार जताया है.
'पहाड़ों की रानी' में यातायात और पर्यटकों की सुविधा के लिए राज्य सरकार देहरादून से मसूरी तक रोपवे के निमार्ण के लिए लम्बे समय से प्रयास कर रही थी. 12 मई को केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने हवाई यात्री रोपवे प्रणाली विकसित करने के लिए भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) की 1500 वर्ग मीटर भूमि को उत्तराखंड सरकार को हस्तांतरित करने को मंजूरी दी है. इससे राज्य सरकार द्वारा लम्बे समय से प्रस्तावित देहरादून और मसूरी के बीच हवाई यात्री, रोपवे प्रणाली (एरियल पैसेंजर रोपवे सिस्टम) के निर्माण का मार्ग सुगम हो गया है.
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कुल 285 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाले इस रोपवे की लंबाई करीब 6 किमी होगी. इस रोपवे की ढुलाई क्षमता दोनों दिशाओं से 1000 यात्री प्रति घंटा होगी. इससे देहरादून और मसूरी के बीच सड़क मार्ग पर यातायात लोड भी कम होगा. इस परियोजना से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप में करीब 2000 लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है. यह रोपवे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी होगा जिससे राज्य पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार अवसरों का भी सृजन हो सकेगा.