गणेश गोदियाल ने सरकार पर साधा निशाना देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने चमोली की जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी को पद मुक्त कर दिया है. जिसको लेकर कांग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सरकार पर निशाना साधा है. गोदियाल ने कहा सरकार का ध्यान जोशीमठ आपदा के बजाय जिला पंचायत अध्यक्ष को हटाने पर केंद्रित है. उन्होंने सीएम पुष्कर धामी पर फिजूल के कामों पर ध्यान केंद्रित करने का आरोप लगाया है.
बता दें कि रजनी भंडारी पर जिला पंचायत अध्यक्ष रहते हुए श्रीनंदा राजजात यात्रा के लिए पर्यटन विभाग की ओर से मिली धनराशि के कार्यों में अनियमितताएं बरतने के आरोप का है. जिसको लेकर सरकार ने उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया है. गौरतलब है कि रजनी भंडारी बदरीनाथ से कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी की पत्नी हैं.
ऐसे में रजनी भंडारी को हटाए जाने का कांग्रेस ने विरोध शुरू कर दिया है. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने इसको लेकर सरकार की निंदा की है. उन्होंने सरकार पर राजनीतिक द्वेष के चलते रजनी भंडारी को जिला पंचायत अध्यक्ष के पद से हटाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा जहां सरकार को जोशीमठ आपदा से लड़ना था और वहां के विधायक राजेंद्र भंडारी का सहयोग करना चाहिए था. इसके ठीक उलट सरकार की दिलचस्पी बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी की पत्नी रजनी भंडारी को पद से हटाने पर ज्यादा है.
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गणेश गोदियाल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि केंद्र में राजनीतिक विद्वेष के चलते जो काम किए जा रहे हैं, उस परंपरा को उत्तराखंड में मत डालिए. केंद्र के अग्रणी नेता अपनी प्रवृत्ति में इस तरह की परंपरा को अच्छी तरह से डाल चुके हैं और इसका खामियाजा निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ियों को भुगतना होगा. ऐसे में राजनीतिक द्वेष की परंपरा यदि उत्तराखंड में पड़ गई तो देवभूमि में आने वाली पीढ़ियों के लिए अच्छा नहीं होगा.
उन्होंने कहा राजनीतिक द्वेष के चलते कांग्रेस के नेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को एक बार दोबारा प्रदेश की बागडोर सौंपी गई है. ऐसे में मुख्यमंत्री बजाय उल्टे कामों के पूरे मनोयोग के साथ प्रदेश के विकास में अपना ध्यान क्यों नहीं केंद्रित कर रहे हैं. जहां एक और पूरा देश जोशीमठ आपदा को लेकर चिंतित है. वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड सरकार कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ऊपर झूठे मुकदमे लगाकर उनका उत्पीड़न कर रही है.