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वो बेस्ट स्टूडेंट थी, 12वीं में 88%, कुछ ऐसी थी अंकिता भंडारी की कहानी

अंकिता भंडारी हत्याकांड (ankita bhandari murder) की परतें धीरे-धीरे खुलती जा रही हैं. बताया जा रहा है कि रिजॉर्ट का मालिक पुलकित आर्य न सिर्फ अंकिता भंडारी पर ग्राहकों के साथ गलत काम करने के लिए दबाव बना रहा था, बल्कि पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी (Bjp leader son uttarakhand resort case) पर अपने भाई अंकित आर्य को भी स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव बना रहा था.

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रसूखदारों नागवार गुजरा अंकिता का इंकार

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Published : Sep 24, 2022, 8:51 PM IST

Updated : Sep 24, 2022, 11:01 PM IST

देहरादून:12वीं की टॉपर, परिवार की लाड़ली और सबकी चहेती अंकिता भंडारी रसूखदार लोगों की हैवानियत का शिकार हो गई. ये वो ही अंकिता थी, जो परिवार की जिम्मेदारियां और खुद के कुछ सपने संजोए पौड़ी के डोभ श्रीकोट गांव से बाहर निकली थी. बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली 19 साल की अंकिता भंडारी हमेशा ही परिवार को सहारा देने और अपने सुनहरे सपनों के लिए सोचा करती थी. इसलिए अंकिता होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करने देहरादून पहुंची. यहां से कोर्स पूरा करने के बाद अंकिता ने होटल इंडस्ट्री में नौकरी करने का फैसला किया. नौकरी करके परिवार की आर्थिकी सुधारने और खुद के पैरों पर खड़े होने का सपना लिए अगस्त महीने में अंकिता भंडारी यमकेश्वर ब्लॉक, भोगपुर के वनंत्रा रिजॉर्ट पहुंची. यहां उसे नौकरी भी मिल गई.

नई नौकरी मिलने के बाद अंकिता काफी खुश थी. अंकिता वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम कर रही थी. यहां अंकिता का काम रिजॉर्ट में आने वाले गेस्ट की लिस्टिंग करने के साथ ही उनकी डिटेल को संजोकर रखना था. जिसे वह खुशी से कर रही थी. उसके परिवार वाले भी बेटी की नौकरी से खुश थे.

रसूखदारों नागवार गुजरा अंकिता का इंकार

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हर बीतते दिन के साथ अंकिता अपने सपनों की ओर कदम बढ़ा रही थी. अंकिता ने होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया था, इसलिए उसे इस फील्ड के बारे में अच्छी जानकारी थी. वनंत्रा में नौकरी करते हुए कुछ दिन ही बीते थे कि अंकिता ने एक दिन होटल के मालिक और मैनेजर से रिजॉर्ट में स्पा शुरू करने की बात यूं ही कह दी. ये बात कहकर अंकिता भूल गई. अंकिता ने ये बात सिर्फ कस्टमर को सुविधाएं देने और अच्छे सजेशन के तौर पर दी थी, मगर उसे क्या पता था कि उसकी ये बात उसकी जिंदगी को किसी और मोड़ पर ले जाएगी.

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खैर, अंकिता स्पा की बात कर भूल गई थी, मगर रिजॉर्ट मालिक पुलकित और मैनेजर अंकित गुप्ता ने इसे कुछ और ही तरह लिया. पुलकित आर्य ने भाई को स्पेशल सर्विस देने के लिए अंकिता पर दबाव बनाया, जिसके बाद अंकिता के पैरों तले जमीन खिसक गई. अंकिता ने ये बात अपने दोस्त से WhatsApp चैट पर साझा की. अंकिता ने रिजॉर्ट में हो रहे गंदे काम और वहां से माहौल के बारे में अपने दोस्त को सिलसिलेवार बताया.

अंकिता ने वॉट्सअप चैट में बताया कि मैनेजर अंकित गुप्ता उसके पास आया था. उसने कहा कि, रिजॉर्ट में वीआईपी गेस्ट आ रहे हैं. उन्हें स्पेशल सर्विस देनी है. जब उससे स्पेशल सर्विस के बारे में पूछा गया तो वो बोला स्पा वगैरहा की बात कर रहा हूं. तब अंकिता ने साफ किया कि उसने स्पा सर्विस शुरू करने के लिए कहा था, न कि खुद ऐसा करने की बात कही थी. जिस पर अंकित ने उसे गंवार और न जाने क्या-क्या कहा. साथ ही अंकित ने कहा कि, वीआईपी गेस्ट इस काम के लिए 10 हजार रुपए दे रहा है. अंकिता ने नाराजगी जताते हुए इस तरह का काम करने के लिए साफ तौर से मना कर दिया. चैट में अंकिता ने बताया कि अगर आगे से उसे ऐसा करने के लिए कहा गया तो वो नौकरी छोड़ देगी.

गिरफ्त में आरोपी.

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कुछ ही दिनों में ऐसी स्थिति में फंसने के बाद अंकिता परेशान हो गई. वो अब कम बोलने लगी थी. अंकिता अपने कमरे से कम ही बाहर आती थी. इतना सब होने के बाद भी अंकिता अपना काम बखूबी कर रही थी, मगर पुलकित और अंकित लगातार अंकिता पर दबाव बना रहे थे, जिससे अंकिता फ्रस्टेट हो गई. ये बात उसने 17 सितंबर को रात के समय वाट्सएप मैसेज पर बात करते हुए अपने दोस्त को फिर बताई थी.

फिर रविवार 18 सितंबर की तारीख आई. ये वही दिन था जब अंकिता को परेशान देख रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित उर्फ (पुलकित) गुप्ता और सौरभ भास्कर उसके पास आए. रात करीब 8 से 9 बजे के बीच ये तीनों अंकिता को ऋषिकेश लेकर गए. रिजॉर्ट छोड़ने से पहले अंकिता ने फोन पर रोते हुए रिजॉर्ट के ही एक कर्मचारी को अपना बैग ऊपर से लाने को कहा था. इसके साथ ही एक दोस्त को किए गये वाट्सएप मैसेज में भी अंकिता ने तभी भी परेशान होने की बात कही थी. सामने आए वाट्सएप मैसेज में भी 18 सितंबर रात 7 बजकर 57 मिनट पर अंकिता का लास्ट सीन दिखाई दे रहा है.

पुलकित के परिजन.

ऋषिकेश से वापस लौटते हुए जब सभी बैराज चौकी से करीब डेढ़ किमी आगे पहुंचे तो चीला नहर के पास सभी ने रुककर शराब पी और मोमोज खाए. इस दौरान सभी लोग चीला रोड पर नहर के किनारे बैठे हुए थे. तभी अंकिता और पुलकित के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया. पुलकित, अंकिता से उनकी बातों को अपने दोस्त से शेयर करने से नाराज था.

इसी बात पर अंकिता की पुलकित और बाकियों से झड़प हुई. अंकिता ने पुलकित को रिजॉर्ट में होने वाली सारी करतूतों का खुलासा कर देने की धमकी दी. जिससे पुलकित आर्य तिलमिला गया. नशे की हालत में पुलकित और उसके दोस्तों ने अंकिता से बहस की. इस दौरान सभी के बीच झड़प हुई. कहासुनी में तीनों ने मिलकर अंकिता को नहर में फेंक दिया. इस दौरान अंकिता मदद के लिए चिल्लाती रही, मगर किसी ने इस बेटी की नहीं सुनी.

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अंकिता को नहर में फेंकने के बाद तीनों आरोपी घबरा गये. सभी ने मामले के निपटारे के लिए फिल्मी अंदाज में कहानी बनाई. उन्होंने घटना के बाद रिजॉर्ट के शेफ मनवीर को फोन किया, जिसमें चार आदमियों का खाना बनाने की बात कही. तब उन्होंने कहा अंकिता भंडारी भी उनके साथ ही है. इसके बाद देर रात तीनों आरोपी किनारे वाले रास्ते से रिजॉर्ट पहुंचे. प्लान के अनुसार अंकित, शेफ से अंकिता का खाना लेकर उसके कमरे में पहुंचा. जहां उसने अंकिता के खाली कमरे में खाना रख दिया, जिसके बाद वह वापस आ गया.

अंकिता की पृष्ठभूमि.

19 सितंबर की सुबह पुलकित आर्य और अंकित गुप्ता हरिद्वार चले गए. हरिद्वार में पुलकित ने नया मोबाइल और उसी नंबर का डमी सिम ली. इसके बाद पुलकित ने रिजॉर्ट में काम करने वाले सौरभ बिष्ट को फोन किया, उसने उसे अंकिता के कमरे में जाकर उसका फोन लाने को कहा, सौरभ जब कमरे में गया तो उसे अंकिता वहां नहीं मिली. सौरभ ने पुलकित को ये बात बताई, ये ही पुलकित का प्लान था कि सभी को लगे की अंकिता कहीं बिना बताये गायब हो गई. इसके बाद आरोपियों ने ही अंकिता की गुमशुदगी दर्ज करवाई. इसके बाद सारे घटनाक्रम पर कार्रवाई शुरू हुई.

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इसके बाद 19 सितंबर को अंकिता की गुमशुदगी दर्ज करवाई गई. मामले की जांच राजस्व पुलिस ने शुरू की. चार दिन मामले की जांच करने के बाद भी राजस्व पुलिस के हाथ खाली रहे. इस बीच परिजन परेशान हो रहे थे. धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर भी अंकिता की गुमशुदगी का मामला उठने लगा. मामले में लोगों का आक्रोश बढ़ता गया. जिसके बाद 22 सितंबर को रेगुलर पुलिस को अंकिता की गुमशुदगी का मामला ट्रांसफर किया गया.

मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. गुमशुदगी के मामले में तेजी दिखाते हुए एक टीम का गठन किया गया. एसएसपी के निर्देश पर एएसपी एवं क्षेत्राधिकारी सर्किल श्रीनगर, थाना लक्ष्मणझूला एवं थानाध्यक्ष देवप्रयाग की टीमों ने मामले में जांच शुरू की. जिसके बाद पुलिस टीम ने रिजॉर्ट के मालिक पुलकित और उसके दोस्तों से पूछताछ की. जिसमें सभी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की. साथ ही पुलिस ने रिजॉर्ट के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला.

अंकिता होनहार छात्रा थी.

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बाद में सीसीटीवी फुटेज और आरोपियों के बयान का मिलान किया गया, जिससे सारा मामला खुल गया. 23 सितंबर की सुबह पुलिस ने पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को गिरफ्तार किया. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अंकिता के शव को ढूंढने के प्रयास तेज हुए. SDRF ने चीला शक्ति नहर में शव के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया. इसी बीच लोगों ने वनंत्रा रिजॉर्ट में पहुंचकर तोड़फोड़ की. साथ ही ग्रामीणों ने आरोपियों को भी पीटा. दिन होते-होते मामले में लापरवाही को देखते हुए पटवारी को भी निलंबित किया गया. पौड़ी डीएम ने भी मामले में विभागीय जांच के आदेश दिये.

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23 सितंबर को ही दोपहर में तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, देर शाम तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर भेजा गया. देर रात वनंत्रा रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाया गया. सीएम धामी के आदेश के बाद आरोपी के रिजॉर्ट पर कार्रवाई की गई. 24 सितंबर को भाजपा ने भी मामले में एक्शन लिया. भाजपा ने आरोपी पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य और भाई अंकित को पार्टी से निकाल दिया.

24 सितंबर की सुबह पुलिस ने अंकिता का शव चीला बैराज से बरामद किया, जिसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा गया. हालांकि, इस बीच लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ. प्रदेशभर में जोरदार प्रदर्शन होते रहे. यहां तक कि एम्स ऋषिकेश पहुंची यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट को भी आक्रोशित जनता का गुस्सा झेलना पड़ा. एम्स के बाहर उनकी गाड़ी में बुरी तरह तोड़-फोड़ की गई. हालात बेकाबू होते देख विधायक को वहां से निकलना पड़ा.

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इस बीच श्रीनगर में अंकिता के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी भी घटना के बाद बेहाल हैं. अंकिता का बड़ा भाई भी इस दर्द भरी घटना के बाद परिवार को संभालने की नाकाम कोशिशों में लगा हुआ है. मां रो-रोकर बेसुध है. गांव में ही अंकिता के चाचा व ताऊ समेत तीन परिवार हैं, जो भी इस घटना के स्तब्ध हैं. इस घटना ने न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश में तहलका मचा दिया है. हर कोई इस घटना से सन्न है. इसे लेकर लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं, हत्यों को फांसी देने की मांग हो रही है...एक मासूम लड़की की मौत पर इंसाफ मांगा जा रहा है.

Last Updated : Sep 24, 2022, 11:01 PM IST

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