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नौकरी दिलाने के नाम पर हो रही लाखों की ठगी, ऐसे रहें सतर्क - Cyber ​​fraud in Uttarakhand

लॉकडाउन में नौकरी खोने वाले लोगों ने अनलॉक में एक बार फिर से नये जोश के साथ काम ढ़ूंढना शुरू किया. मगर हालात के सताये और वक्त के मारे इन लोगों पर शातिर ठगों ने नजरें गड़ाये रखी. इन शातिर ठगों ने साइबर क्राइम के जरिए नौकरी की तलाश कर रहे बहुत से लोगों को अपने जाल में फंसाया.

Fraud in the name of getting a job in Uttarakhand
नौकरी दिलाने के नाम पर हो रही लाखों की ठगी

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Published : Dec 22, 2020, 5:00 PM IST

Updated : Dec 22, 2020, 6:12 PM IST

देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण न सिर्फ देश की आर्थिकी पर बड़ा असर पड़ा है, बल्कि इससे लाखों लोगों ने अपनी नौकरियां भी गवां दी है. लॉकडाउन हटने और स्थितियां सामान्य होने के बाद फिर से लोग एक बार नौकरी की तलाश में जुट गए हैं. ऐसे में लोगों की जमा पूंजी पर घात लगाए बैठे शातिर ठग, उन्हें बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. जिसके कारण कई लोग अपनी बची जमा पूंजी भी गंवा रहे हैं.

अनलॉक के दौरान देश के भीतर स्थितियां धीरे-धीरे सामान्य होने लगी. लोगों की जिंदगी की गाड़ी भी वापस पटरी पर लौटने लगी थी. लॉकडाउन में नौकरी खोने वाले लोगों ने अनलॉक में एक बार फिर से नये जोश के साथ काम ढ़ूंढना शुरू किया. मगर हालात के सताये और वक्त के मारे इन लोगों पर शातिर ठगों ने नजरें गड़ाये रखी. इन शातिर ठगों ने साइबर क्राइम के जरिए नौकरी की तलाश कर रहे बहुत से लोगों को अपने जाल में फंसाया. शातिर ठगों ने लोगों के परेशानियों का फायदा उठाकर उन्हें कंगाल करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.

नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी

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ऐसा ही कुछ हुआ राजधानी देहरादून के गढ़ीकैंट निवासी विपुल कंडवाल (बदला हुआ नाम) के साथ. विपुल कंडवाल लॉकडाउन से पहले एक निजी अस्पताल में काम कर रहे थे. वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान इनकी नौकरी चली गई. जिसके बाद से ही वह नौकरी ढूंढ रहे थे, मगर इन्हें अभी तक नौकरी नहीं मिली. ऐसे में परेशान विपुल कंडवाल इंटरनेट पर तमाम वेबसाइटों को खंगाल रहे थे, जिससे उन्हे किसी अस्पताल में नौकरी मिल जाये.

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कुछ दिनों बाद ही विपुल कंडवाल को एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया, जो कि खुद को रिक्रूटमेंट अधिकारी बताते हुए अपोलो अस्पताल में नौकरी दिलाने की बात कह रहा था. इस व्यक्ति ने अपोलो अस्पताल में एप्लीकेशन शुल्क के रूप में 750 रुपये अपने खाते में जमा करवाने को कहा. मामला यहीं नहीं रुका, शातिर ठग ने विपुल कंडवाल को अपने झांसे में लेकर अपोलो अस्पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर अलग-अलग तरह के शुल्क के आधार पर करीब 1 लाख 40 हजार रुपये ठग लिए.

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इसके लिए ठग ने विपुल कंडवाल को हर बार अलग-अलग खाते देकर पैसे मंगाए. विपुल कंडवाल नौकरी के लालच में आकर अपनी जमा पूंजी लुटाते गये. अपनी पूरी जमा पूंजी देने के बाद भी जब नौकरी नहीं लगी तो विपुल चिंतित हो गये. उन्होंने इस घटना की जानकारी साइबर थाने में दी. शिकायत देने के बाद जांच में पता चला कि विपुल कंडवाल से शातिर ठग ने अलग-अलग खाते में पैसे मंगाए हैं. जिसके बाद साइबर क्राइम पुलिस ने ठग के खाते की जानकारी निकाल कर उसे फ्रीज करा दिया. इसके साथ ही ठग की जानकारी लेकर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.

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उत्तराखंड पुलिस हेल्पलाइन

ऐसे तमाम बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने किसी भी साइबर संबंधी शिकायत या सुझाव के लिए 0135-2655900 नंबर जारी किया है. जिस पर अपनी शिकायत या फिर सुझाव दे सकते हैं. इसके साथ ही ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in पर ईमेल भी कर सकते हैं. यही नही, फेसबुक में माध्यम से भी https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/ संपर्क कर सकते हैं.

Last Updated : Dec 22, 2020, 6:12 PM IST

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