डोईवाला: पिछले साल 9 दिसंबर को डोईवाला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कैंप लगाकर आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड एक कंपनी द्वारा बनाए गए थे. लेकिन यह गोल्डन कार्ड जांच में फर्जी पाए गए हैं.
डोईवाला निवासी राजेश द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने अपने परिवार के 4 सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनवाया था. स्वास्थ्य खराब होने पर देहरादून के एक अस्पताल में आयुष्मान कार्ड दिए. अस्पताल की तरफ से जांच करने पर चारों कार्ड फर्जी पाए गए. जबकि चारों कार्ड आधार कार्ड के साथ बायोमेट्रिक मशीन के जरिए जारी किए गए थे. पीड़ित ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर स्वास्थ्य विभाग और उच्चाधिकारियों से की है.