श्रीनगर:उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का विरोध कम होने का नाम नहीं ले रहा है. चारों धामों के तीर्थ पुरोहित देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग कर रहे हैं. सोमवार को ऊखीमठ में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी तीर्थ पुरोहितों ने काले झंडे दिखाए थे. वहीं बुधवार को पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने इस मामले पर एक और बयान दिया है.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीर्थ पुरोहितों को लेकर कहा कि सोए हुए व्यक्ति को जगाया जा सकता है, लेकिन जो सोने का नाटक कर रहा हो, उसके लिए कितने भी नगाड़े बजा दो तब भी उसे जगाया नहीं जा सकता है. बता दें कि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड का गठन पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में ही हुआ था. त्रिवेंद्र सरकार में ही उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड एक्ट पास हुआ था. देवस्थानम बोर्ड के गठन से लेकर अभीतक तीर्थ पुरोहित इसका विरोध कर रहे हैं. सोमवार को तो तीर्थ पुरोहितों ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र को रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ में काले झंडे तक दिखाए थे.
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बुधवार को पूर्व त्रिवेंद्र सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत श्रीनगर के दौरे पर थे. इस दौरान देवस्थानम बोर्ड को लेकर उन्होंने कहा कि उनके सुनने में आया था कि सरकार पंडा समाज से नहीं मिल रही है, लेकिन ये सब झूठ है. क्योंकि पंडा समाज कई बार उनसे मिला है. इसके अलावा कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और सतपाल महाराज से भी उनकी मुलाकात हुई है, लेकिन फिर भी वे समझने को तैयार नहीं हैं.