मसूरी: धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र के सुरकंडा देवी में पौधरोपण कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में हुए पेपर लीक के मामले को गंभीर बताया है. उन्होंने कहा कि हमारे योग्य बच्चों के भविष्य से खेलने का काम शॉर्टकट नीति अपनाने वाले लोग कर रहे हैं और चयन आयोग की एजेंसी को प्रभावित करने का काम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी एक बार अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का गठन किया गया था. उसमें हुए घोटालों के कारण यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भंग करना पड़ा था. उन्होंने कहा कि अगर इस तरीके के घोटाले उत्तराखंड में हो रहे हैं तो सरकार को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भंग करने पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो भी घोटाले में शामिल हैं, उनपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की आयोग को भंग करने की सिफारिश. ये भी पढ़ें: UKSSSC पेपर लीक में STF को अहम कामयाबी, लखनऊ से एक आरोपी गिरफ्तार
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हाल में धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मां सुरकंडा देवी मंदिर के दर्शन के लिए गए थे. वहां पर उन्होंने देखा कि मंदिर के आसपास के जो प्राकृतिक जल स्रोत हैं, उनमें जल की मात्रा काफी कम हो गई है. जिसको लेकर सुरकंडा देवी के क्षेत्र में व्यापक वृक्षारोपण करने की आवश्यकता है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि रिस्पना नदी को ऋषिपर्णा नदी बनाए जाने का काम लगातार किया जा रहा है. उनके कार्यकाल में योजना को लेकर डीपीआर तैयार कर वन विभाग से भी अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर ली गई थी. वहीं, 21 सदस्यों का स्टाफ भी योजना के लिए नियुक्त किया जा चुका है. योजना के लिए ऋण लेने की प्रक्रिया चल रही है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीरो कार्बन एनर्जी को खत्म करने में रिस्पना से ऋषिपर्णा योजना का काफी महत्व है. उन्होंने कहा कि देहरादून की रिस्पना नदी को नया जीवन सौंग बांध के द्वारा दिया जाएगा और एक बार मिशन रिस्पना टू ऋषिपर्णा के तहत रिस्पना नदी में पानी आएगा.