देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत को राजनीति का मंझा हुआ खिलाड़ी माना जाता है. वो अच्छी तरह जानते हैं कि कैसे सुर्खियों में रहा जाता है. भले ही उन्हें जनता ने विधानसभा चुनाव में बाहर का रास्ता दिखा दिया हो लेकिन उनकी सियासी कद किसी से छुपा नहीं है. सोशल मीडिया पर भी वो हमेशा अपनी बेबाक राय से बीजेपी को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ते. उनकी राजनीतिक पैतरेबाजी सूबे की सियासत का पारा चढ़ा देती है.
गौर हो कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रदेश के उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हैं, जिनके लिए जीत और हार बहुत मायने नहीं रखती. वह हमेशा जनता के बीच सक्रिय रहने वाले नेताओं में गिने जाते हैं. हरीश रावत साल 2014 अप्रैल से ट्विटर पर सक्रिय हैं और उनके 3.36 लाख से अधिक फॉलोअर हैं.
बीते दिन उनके ताजा ट्वीट ने एक बार सूबे की सियासत का पारा चढ़ा दिया है. प्रदेश के राजनीतिक हलकों में एक बार फिर उनके ट्वीट ने हलचल पैदा कर दी है. हरीश रावत ने अपने ट्विटर अकाउंट से बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा कि दिल्ली के चुनाव और उत्तराखंड में मची हलचल, एक बात का स्पष्ट संकेत दे रही है कि, उत्तराखण्ड फिर राजनीतिक अस्थिरता की तरफ जा रहा है. बीजेपी उत्तराखण्ड में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने के लिए अपराधिक स्तर तक दोषी है. बता दें कि हरीश रावत कई मौकों पर उपने ट्वीटर से राजनीतिक गलियारों में चर्चा में आते रहे हैं.