देहरादून: डोईवाला टाउनशिप मामले को लेकर किसान अब उग्र आंदोलन करने का रुख कर रहे हैं. जिसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना भी शुरू कर दिया है. इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने किसानों के समर्थन में मौन व्रत रखा है. वहीं, किसानों का आरोप है कि मुख्यमंत्री से लेकर शहरी विकास मंत्री रोजाना अपने बयान बदल रहे हैं. साथ ही किसानों ने मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक मुख्यालय से जारी जमीन अधिग्रहण नहीं करने के लेटर को भी भ्रमित करने वाला लेटर बताया है. उपजिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह नेगी ने किसानों से आंदोलन समाप्त करने का आग्रह किया है.
डोईवाला विधानसभा में छाया टाउनशिप का मुद्दा:डोईवाला विधानसभा के अंतर्गत टाउनशिप का मुद्दा ही छाया हुआ है. पिछले एक महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं और एक हफ्ते पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने भी डोईवाला में महापंचायत में शिरकत की थी और सरकार को एक इंच भी जमीन नहीं देने का ऐलान किया था. उसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी किसानों की जमीन अधिग्रहण नहीं करने का बयान दिया था. 2 दिन पहले मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजन मुख्यालय की ओर से एक लेटर जारी किया गया है. जिसमें कहा गया कि डोईवाला क्षेत्र में कोई भी टाउनशिप योजना स्वीकृत नहीं है और ना ही इस कार्य के लिए कोई सर्वे का कार्य किया गया है. साथ ही भविष्य में कोई नियोजित विकास के लिए टाउनशिप योजना बनाई भी जाती है, तो मार्ग विद्युत जल सीवर आदि के अलावा कोई भी भूमि का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा.
हरीश रावत ने किसानों को समर्पित किया मौन व्रत:पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि ये मौन व्रत डोईवाला के उन किसान भाइयों के लिए है, जिन लोगों को सत्ता छल रही है. भगवान उनकी रक्षा करिए. उन्होंने कहा कि नाना तरीके के प्रपंच रच कर डोईवाला में इंटीग्रेटेडसिटी यानी दो ऐसे लोग जो किसी कीमत पर भी IDPL को लेना चाहते हैं. इसके अलावा कहा कि सत्ता कुछ भी कहे, मगर जब तक किसान संगठित होकर लड़ेगा नहीं, तो इंटीग्रेटेड सिटी का प्लान आज नहीं तो कल जरूर लागू हो जाएगा.