मसूरी/धनौल्टी: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शुक्रवार को मसूरी के सुवाखोली में पहुंचे, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनता जोरदार स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत भी की. भराड़ीसैंण विधानसभा भवन में गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जो बजट पेश किया उसको लेकर हरदा ने कहा कि बजट गुब्बारे की तरह है जिस की हवा कुछ दिनों में निकल जाएगी.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र बजट को कॉपी किया है. कुछ पुराने बजट से लिया गया है. ऐसे में त्रिवेंद्र सरकार के बजट में कुछ भी खास नहीं है. इस बजट से जनता को मासूसी ही मिली है.
मसूरी पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत. पढ़ें-कहां-कैसे बांटा गया 57 हजार 400 करोड़ का बजट, CM ने दी जानकारी
सीएम ने गैरसैंण को कमिश्नरी बनाने की जो घोषणा की है, उसे उन्होंने धोखा देना बताया है. क्योंकि जब जिला बना ही नहीं है तो कमिश्नरी कैसे स्थापित होगी? यह अपने आप में बड़ा सवाल है.
गैरसैंण में सड़क की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने जो लाठीचार्ज किया था, उसकी उन्होंने कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र रावत सरकार सभी पहलुओं में विफल हो चुकी है. जिसका जवाब आने वाले 2022 में जनता देगी.
उन्होंने 2022 के चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर कहा कि भाजपा सभी चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ती है. ऐसे में कांग्रेस को भी उत्तराखंड में चेहरा घोषित करना होगा. कांग्रेस में किसी प्रकार की गुटबाजी नहीं है. चुनाव से पहले सभी छोटे-बड़े नेता एक मंच पर नजर आएंगे.
मसूरी से पहले पूर्व सीएम हरीश रावत धनौल्टी के कंडीसौड़ में प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिह बिष्ट के घर एक परिवारिक कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे. इस दौरान स्थानीय लोगों ने हरीश रावत के सामने टिहरी-उत्तरकाशी जिले को जोड़ने वाले छाम-बल्डोगी झूला पुल बनाने की बात रखी. साथ ही उन्होंने सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग को न्यायोचित बताया. उन्होंने कहा कि वे इस मामले में कर्मचारियों के साथ है.