देहरादून:उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आजकल दिल्ली दौरे पर हैं. आज दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. त्रिवेंद्र सिंह रावत की पीएम नरेंद्र मोदी से अचानक हुई इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है. दिल्ली से लेकर देहरादून तक कयासों का बाजर गर्म हो गया है.
हालांकि, मुलाकात के बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लिखा, 'करोड़ों देशवासियों और कार्यकर्ताओं के लाड़ले, विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, देश के यशस्वी प्रधानसेवक आदरणीय नरेंद्र मोदी से आज नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट हुई. इस दौरान उनका आत्मीय मार्गदर्शन प्राप्त हुआ. आपसे मिलकर सदैव नई ऊर्जा और प्रेरणा मिलती है.साथ ही उन्होंने लिखा 'इस दौरान हिमालयी राज्यों के विकास, पर्यावरण संरक्षण, रोजगार संबंधी चर्चा हुई. आत्मीय मार्गदर्शन करने के लिए हार्दिक धन्यवाद आदरणीय प्रधानमंत्री जी.'
इससे एक दिन पहले ही त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. दोनों नेताओं की एक घंटे तक बातचीत चली थी. इस दौरान प्रदेश के समसामयिक और ज्वलंत विषयों पर चर्चा हुई. जेपी नड्डा से मिलने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यालय पहुंचे थे, जहां उन्होंने पार्टी और संगठन के दूसरे नेताओं से भी मुलाकात की. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड से राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी से भी मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों के बीच डेढ़ घंटे से ज्यादा बातचीत हुई थी.
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आज त्रिवेंद्र सिंह रावत पीएम मोदी से मिलने पहुंचे. अचानक से त्रिवेंद्र सिंह रावत इस मुलाकात के बाद हलचले तेज हो गईं. बता दें कि, मौजूदा समय में जिस तरह से तमाम भर्ती घोटालों और विभागों में जो उत्पन्न विवाद हुए हैं उस पर एकमात्र त्रिवेंद्र सिंह रावत ही बीजेपी की ओर से खुलकर बात कर रहे हैं. उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) और विधानसभा बैकडोर भर्ती घोटाला (Assembly Recruitment Scam) सुर्खियों में हैं. साथ ही नियुक्तियों में धांधली और भाई भतीजावाद की वजह से सरकार भी सवालों के घेरे में हैं. इन सबके इतर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लगातार बयान दे रहे हैं और कड़ी जांच की मांग कर रहे हैं. इन बयानों से त्रिवेंद्र ने अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया है.