देहरादून:पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Former Chief Minister Trivendra Singh Rawat) ने UKSSSC को लेकर अपना बयान दोहराया है. उनका कहना कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को बनाने की मंशा सही नहीं थी. ऐसी संस्थाओं की जरूरत नहीं है, जो राज्य की साख को गिराने का काम करें. भ्रष्टाचार के इन अड्डों की प्रदेश को कोई जरूरत नहीं है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में माफिया तंत्र सम्मिलित हुआ है. उसने राज्य के युवाओं के लिए गलत काम किया है. इसलिए जहां उनकी जगह है, उन्हें वहां पहुंचाने का काम राज्य सरकार कर रही है.
बता दें कि UKSSSC भर्ती परीक्षाओं में नए-नए घपले सामने आ रहे हैं. इस मामले में उत्तराखंड से लेकर यूपी लखनऊ तक 44 लोगों को गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान सहित उत्तराखंड सचिवालय के दो अपर निजी सचिव, नैनीताल जनपद अदालतों के न्यायिक कर्मी, उधम सिंह नगर के पुलिसकर्मी सहित सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहे उत्तरकाशी के हाकम सिंह, केंद्रपाल, मनराल, मनोज जोशी जैसे तमाम अभियुक्तों को एसटीएफ सलाखों के पीछे भेज चुकी है.