देहरादून:पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम की दुर्दशा पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि करोड़ों रुपयों की लागत से इस स्टेडियम का निर्माण करवाया गया था. आज इसकी हालत देखकर ऐसा लगता है कि सरकार को इस स्टेडियम से कोई रुचि नहीं है. असल में सरकार की रुचि राज्य के युवाओं को खेल गतिविधियों से दूर करने की है.
हरीश रावत महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम की दुर्दशा पर हुए व्यथित, सरकार की मंशा पर उठाए सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम (Dehradun Maharana Pratap Sports Stadium) की दुर्दशा को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस स्टेडियम से कोई रुचि नहीं है. असल में सरकार की रुचि राज्य के युवाओं को खेल गतिविधियों से दूर करने की है.
गौर हो कि हरीश रावत ने खेलों को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है. हरीश रावत ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम (Dehradun Maharana Pratap Sports Stadium) की दुर्दशा को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस स्टेडियम से कोई रुचि नहीं है और असल में सरकार की रुचि राज्य के युवाओं को खेल गतिविधियों से दूर करने की है. उन्होंने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के हल्द्वानी व देहरादून दोनों स्टेडियम को सरकार ने बर्बाद कर दिया और करोड़ों की मशीनें बेकार हो गई हैं.
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उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा, काशीपुर, पिथौरागढ़ से भी युवाओं ने उनसे शिकायत की है. यदि हमें अपने लोगों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना है तो खेल की आधारभूत संरचनाओं को भी उस स्तर पर बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह स्टेडियम तो राज्य की संपदा है और इसका रख-रखाव सरकार की जिम्मेदारी है. हरीश रावत ने स्पोर्ट्स स्टेडियम की बदहाली पर कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार कुछ उचित कदम उठाएगी, जिससे हमारी युवा पीढ़ी भी इसका लाभ ले सके.