देहरादून:वनरक्षक भर्ती परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई. दरअसल, भूख हड़ताल पर बैठे कुछ छात्रों की तबीयत बिगड़ने पर पुलिस ने उन्हें जबरन उठाकर कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कर दिया. इस दौरान बेरोजगार युवाओं ने पुलिस का विरोध किया और पुलिस की गाड़ी को घेर लिया. जिसके बाद पुलिस और छात्रों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई.
दरअसल, वनरक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली सामने आने के बाद से ही उत्तराखंड बेरोजगार संगठन के बैनर तले सैकड़ों युवा बेरोजगार वनरक्षक भर्ती परीक्षा को निरस्त करने की मांग को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, आज कुछ छात्रों की तबीयत बिगड़ने से पुलिस ने उनको जबरन उठाकर अस्पताल भर्ती करा दिया. इस दौरान छात्रों ने पुलिस का विरोध करते हुए पुलिस की गाड़ियों को घेर लिया. जिसके बाद दोनों में धक्का-मुक्की हो गई.
पुलिस ने अनशन में बैठी छात्रा को जबरन उठाया. पुलिस की इस कार्रवाई को बेरोजगार युवाओं ने तानाशाही बताया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. इस दौरान बेरोजगार छात्राओं ने पुलिस पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बलपूर्वक दबाना चाहती है. छात्रों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ भी नारे लगाए और कहा कि सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है. सरकार को इस धांधली के बाद दोबारा भर्ती परीक्षा करानी चाहिए.
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गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से धरना स्थल पर वनरक्षक भर्ती परीक्षा निरस्त किए जाने और 100 दिन के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित कराने की मांग को लेकर बेरोजगार छात्र आंदोलन में डटे हुए हैं. इस दौरान बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार और पीसी पंत ने मांगों को लेकर आमरण अनशन जारी रखा हुआ था. मेडिकल परीक्षण के आधार पर पुलिस ने अनशनकारियों की हालत को देखते हुए दोनों अनशन कर रहे छात्रों को कोरोनेशन अस्पताल में जबरन भर्ती करा दिया. वहीं, अब इन अनशनकारी छात्रों की जगह तीन और बेरोजगार युवा आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. नाराज बेरोजगारों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.