देहरादून: दून चिड़ियाघर में बिजली का अब तक बेहद ज्यादा भुगतान प्रबंधन को करना पड़ता था. ऐसे में प्रबंधन ने चिड़ियाघर में ही सोलर प्लांट स्थापित करने का फैसला लिया है. जिसके बाद फिलहाल 15 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है. इसके जरिए एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग, किचन और हॉस्पिटल में बिजली की जरूरत को पूरा किया जा रहा है.
उधर, सांप बाड़े और एक्वेरियम के लिए अलग से व्यवस्थाएं की जा रही हैं. प्रयास किए जा रहे हैं कि देहरादून जू को जीरो कार्बन फुटप्रिंट के संस्थान के रूप में स्थापित किया जाए. खास बात ये है कि चिड़ियाघर में ही करीब 50 स्थानीय युवाओं को एलईडी बल्ब बनाने और इसकी मरम्मत का प्रशिक्षण दिया गया है. साथ ही इन्हें मुफ्त में टूल किट भी दी गई हैं, ताकि वे प्रशिक्षण के बाद अपना काम कर सकें.