ऋषिकेश: शहर के आसपास के इलाके में रहकर यदि आप स्कूटी और बाइक चलाते हैं तो सावधान हो जाइए. आपकी एक हल्की सी लापरवाही आपको मौत की नींद सुला सकती है. क्योंकि इन दोनों सांपों ने जंगल को छोड़कर लोगों के घरों और दोपहिया वाहनों को अपना नया ठिकाना बनाया है. सुनने में जरा अजीब है, लेकिन यह हकीकत है.
ऋषिकेश में एक माह में 60 जहरीले सांपों का रेस्क्यू, किचन, बाइक और छत की सीलिंग को बनाया ठिकाना - Forest department team
Rishikesh Snake Rescue ऋषिकेश के आबादी वाले क्षेत्रों में आए दिन जहरीले सांप निकल रहे हैं. जिससे लोगों में खौफ का माहौल है. यही नहीं सांप लोगों घरों में भी डेरा जमा रहे हैं. इसलिए लोगों को वन विभाग की और से सचेत रहने को कहा गया है.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Sep 15, 2023, 8:56 AM IST
|Updated : Sep 15, 2023, 9:41 AM IST
बता दें कि इन दिनों लगातार ऋषिकेश और आसपास के इलाकों में सांप आए दिन दिखाई दे रहे हैं. प्रतिदिन वन कर्मी आधा दर्जन से अधिक सांपों को घर प्रतिष्ठानों और वाहनों से रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ रहे हैं. इतनी अधिक संख्या में सांपों के आबादी वाले इलाके में पहुंचने से लोगों में खौफ है. क्योंकि पकड़े जाने वाले सभी सांप किंग कोबरा जैसे जहरीले सांप भी हैं. वन विभाग के मुताबिक श्यामपुर के एक होटल की किचन में कोबरा सांप होने की सूचना पर वनकर्मी मौके पर पहुंचे. जब तक वनकर्मी होटल पहुंचते तब तक होटल में स्टाफ और गेस्टों के बीच हड़कंप की स्थिति रही. मनसा देवी और आसपास के इलाके में भी जहरीले सांपों की सूचना पर वन कर्मियों ने सात सांपों को पकड़ा है.
पढ़ें-ऋषिकेश: घर में घुसा सात फीट लंबा सांप, वन विभाग ने रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा
वनकर्मी कमल राजपूत ने बताया कि एक दिन में आठ जहरीले सांपों को पकड़ जंगल में छोड़ा गया है. जिसमें 6 सांप कोबरा प्रजाति के पाए गए हैं. जबकि एक कॉमन क्रेट स्नेक और एक धामन प्रजाति का सांप शामिल है. कमल राजपूत ने बताया कि एक सांप को बाइक की हेडलाइट से रेस्क्यू किया गया है. बताया कि वर्तमान मौसम में सांप आबादी क्षेत्र में दस्तक दे रहे हैं. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. हल्की सी लापरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ सकती है. जहां पर भी सांप दिखाई दें, सीधे वन विभाग को सूचना देकर मदद के लिए जरूर बुलाएं. खुद सांप को पकड़ने की गलती ना करें.कमल राजपूत ने बताया कि पिछले एक माह में 60 सांपों को आबादी वाले इलाके से पकड़कर जंगल में छोड़ा गया है.