विकासनगर: प्रदेश में 15 फरवरी से लेकर 15 जून तक फायर सीजन घोषित हुआ है. जिसको लेकर वन विभाग भी चौकन्ना हो गया है और फायर सीजन में आग की घटनाओं से निपटने के क्रू स्टेशन बना रहा है. जिसके तहत वन प्रभाग कालसी ने 25 क्रू स्टेशन और चकराता वन प्रभाग ने 27 क्रू स्टेशन बनाए हैं. जिसमें वन अग्नि सुरक्षा को लेकर प्रत्येक क्रू स्टेशन पर विभाग द्वारा 6 से 8 कर्मचारियों की तैनाती की गई है.
फायर सीजन को लेकर वन विभाग मुस्तैद साथ ही इन स्टेशनों पर आग बुझाने के उपकरण जैसे ब्रश हुक, मेक लाइट, पुलास्की, शोबल, रेक, फायर पंजी, पाठल, दूरबीन, कुल्हाड़ी, फायर झांपा, फायर स्टैंड, फायर बाल्टी, वाटर बोतल, अग्निशमन यंत्र, टूल किट आदि यंत्र रखे गए हैं.
वहीं, कालसी के डीएफओ श्रीप्रकाश शर्मा ने बताया कि वन प्रभाग कालसी द्वारा फायर प्लान बनाया गया है जिसमें 25 क्रू स्टेशन बनाए गए प्रत्येक स्टेशन पर 6 से 8 कर्मचारी तैनात रहते हैं. अगर कोई आगजनी की सूचना मिलती है, तो तैनात कर्मचारी स्थानीय ग्राम वासियों के साथ मिलकर आग बुझाने का कार्य करते है. जंगलों में गश्त के लिए दो फॉरेस्ट का अलग से तैनात किए गए हैं ताकि समय रहते वन अग्नि पर सुरक्षा के इंतजाम किए जा सके.
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इसके साथ ही डीएफओ चकराता, दीपचंद आर्य ने बताया कि 15 फरवरी से 15 जून तक फायर सीजन रहता है. वन प्रभाग चकराता द्वारा 27 क्रू स्टेशन बनाए गए हैं. चकराता क्षेत्र में नियमित वर्षा हो रही है, लेकिन सुरक्षा दृष्टि से कर्मचारी कार्य कर रहे है. रेंज वार हेड क्वार्टर बनाए गए और कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं. ताकि दावानल जैसी घटनाओं को रोका जा सके.