देहरादून: उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 14 फरवरी को एक ही चरण में होना है. ऐसे में सभी 70 विधानसभा सीटों पर निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है. वहीं, कोविड संक्रमण के कारण इस बार चुनाव में पोलिंग बूथों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी की गई है. यह पोलिंग बूथ संवेदनशील और अतिसंवेदनशील के अलावा स्पेशल ट्रबल एरिया में बनाए गए हैं.
ऐसे में इन परिस्थितियों को देखते हुए पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना पुलिस सुरक्षा तंत्र के लिए विगत चुनावों की तुलना इस बार बड़ी चुनौती बन सकता है. हालांकि, इसके लिए उत्तराखंड पुलिस विभाग को अपने 16,00 जवानों के साथ साथ 110 केंद्रीय सुरक्षाबलों की कंपनी और अन्य राज्यों के हामगार्ड सहित पीआरडी, वनरक्षकों समेत करीब 55,000 से अधिक फोर्स उपलब्ध कराई गई है.
चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 110 कंपनियों सहित अन्य फोर्स उत्तराखंड के सभी 13 जनपदों में तैनात हो चुकी हैं. वहीं, अति संवेदनशील और स्पेशल ट्रबल एरिया में लगभग 60 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स और पीएसी की तैनात की जा रही है. राज्य के दुर्गम ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में बने मतदान केंद्रों में प्राकृतिक आपदा और जनहानि जैसे विषयों को बचाने के लिए राज्य के राहत बचाव दल, एसडीआरएफ को इस बार विशेष जिम्मेदारी दी गई है.