देहरादून: त्योहारी सीजन से पहले खाद्य सुरक्षा विभाग (FDA ) की टीम ने मिलावटखोरों के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है. शुक्रवार को देहरादून के पछवादून इलाके में अलग-अलग बाजारों से दालों की हर वेरायटी के 20 सैंपल एकत्र कर टेस्टिंग के लिए रुद्रपुर लैब में भेजे गए. जिन अलग-अलग दालों नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए उनमें 10 ब्रांडेड कंपनी और 10 खुले तौर पर बिकने वाली दालें हैं.
देहरादून में 90 फीसदी दालें बाहरी राज्यों से आती हैं: फूड सेफ्टी अथॉरिटी के मुताबिक, दाल भारतीय नागरिकों की हेल्थी बैलेंस डाइट में प्रोटीन एवं माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का महत्वपूर्ण स्रोत है. देहरादून की बाजारों में दाल की लगभग 90% आपूर्ति उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान से होती है. लोकल दाल की आपूर्ति एवं उत्पादन 10% से भी कम है, जबकि दाल का उपयोग कई प्रकार की इंडियन स्वीट्स सहित विभिन्न प्रकार के भारतीय व्यंजनों में उपयोग होता है. FDA के अनुसार ऐसे में अब दाल के सभी वैरीअंट की फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड रेगुलेशन के तहत सभी पैरामीटर की जांच की जाएगी. इसके साथ सेफ्टी पैरामीटर में हैवी मेटल्स अफलाटॉक्सिन कॉन्टैमिनेंट्स पेस्टिसाइड्स और एडल्टरेशन की भी जांच की जाएगी.
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