विकासनगर: खाद्य मंत्री रेखा आर्य ने सहसपुर धान क्रय केंद्र पर पहुंचकर निरीक्षण किया. निरीक्षण कर उन्होंने किसानों को धान खरीद में आ रही दिक्कतों को सुना. रेखा आर्य ने केंद्र प्रभारी को सभी समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए. उन्होंने किसानों से भी वार्ता की. किसानों ने मंत्री रेखा आर्य को बताया कि समय पर भुगतान हो रहा है.
खाद्य मंत्री ने बताया कि सहसपुर धान क्रय केंद्र में आने का मौका मिला. यहां पर किसानों के साथ संवाद हुआ. यहां पर एक किसान की धान उतराई हो रही थी. उनसे भी संवाद हुआ तो मालूम पड़ा कि सभी किसान संतुष्ट हैं. सरकार ने जो समर्थन मूल्य घोषित किया, वह भी सरकार के द्वारा उनको समय पर दिया जा रहा है. उनको भुगतान मिला या नहीं मिला उसके संबंध में महिला और पुरुष किसानों से संपर्क किया गया. उनसे पुष्टि हुई है कि उनके खाते में धनराशि भुगतान कर दी गई है. संवाद हुआ जिससे किसान संतुष्ट हैं.
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खाद्य मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आज सरकार डिजिटल कृषि मिशन पर काम कर रही है, ताकि किसान सीधे सरकार तक पहुंच सकें और सरकार सभी किसानों तक पहुंच सके. देश के छोटे किसानों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. इस दिशा में कई महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है, ताकि खेती-किसानी की चुनौतियों को कम किया जा सके और किसानों की आमदनी को बढ़ाया जा सके.
एसडीएम ने सितारगंज धान क्रय केंद्र पर मारा छापा: दीपावली के बाद भारी संख्या में किसान अपना धान क्रय केंद्रों पर लेकर पहुंच रहे हैं. वही किसानों द्वारा भारी संख्या में धान क्रय केंद्र पर पहुंचने के कारण धान केंद्रों पर उनको समस्याओं का भी सामना करना पड़ा है. सितारगंज मंडी समिति में आरएफसी द्वारा तीन धान क्रय केंद्र खोले गए हैं. धान क्रय केंद्रों में यूपी का धान तोले जाने की शिकायत मिलने पर सितारगंज उप जिलाधिकारी तुषार सैनी ने छापा मारा. वहीं उपजिलाधिकारी तुषार सैनी ने आरएफसी के धान क्रय केंद्रों पर हो रही धान की तोल को चेक किया. साथ ही क्रय केंद्र पर मौजूद दस्तावेजों को भी चेक किया. उपजिलाधिकारी तुषार सैनी ने क्रय केंद्रों पर धान की तोल करा रहे किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना. वहीं उपजिलाधिकारी ने क्रय केंद्र इंचार्ज को आदेशित किया कि किसानों को धान तोल में किसी प्रकार की परेशानी ना हो.
1 अक्टूबर से शुरू हुई धान खरीद: उत्तराखंड में एक अक्टूबर से धान की खरीद (Paddy Purchasing in Uttarakhand) शुरू हो चुकी है. हालांकि, अक्टूबर महीने में बेमौसम हुई बारिश और नमी आने के कारण सरकारी क्रय केंद्रों पर धान की खरीद काफी धीमी चल रही थी, जो दीपावली के बाद तेज हो गई है. सरकारी क्रय केंद्रों पर किसान अब धान लेकर आ रहे हैं. 28 अक्टूबर तक 48,000 क्विंटल धान की खरीद की जा चुकी है.