मसूरी:माल रोड को अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई के बाद पटरी व्यापारी खासा नाराज हैं. जिसके चलते उन्होंने मसूरी एसडीएम कार्यालय पहुंचकर उन्हें समायोजित करने की मांग की. जिस पर एसडीएम गोपालराम ने साफ शब्दों में कहा कि मसूरी माल रोड में किसी भी हाल में अतिक्रमण कर पटरी नहीं लगने दी जाएगी और अगर किसी ने आदेश नहीं माना तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पटरी व्यापारी अभिलाष सैनी और नीता का कहना है कि उनका एकमात्र रोजी-रोटी का साधन पटरी पर व्यापार करना है. जिसको प्रशासन द्वारा हटा दिया गया है. ऐसे में उन पर रोजी-रोटी का संकट मंडराने लगा है. पटरी व्यापारियों का कहना है कि पूर्व में पालिका द्वारा ये कह कर आश्वासन दिया गया था कि उनको अतिक्रमण के नाम पर बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा. जब तक पालिका द्वारा पटरी व्यपारियों के लिए वेंडर जोन का निर्माण ना करा दिया जाएस तब तक उनके व्यवसाय को ऐसे ही चलते दिया जाए.
'अखाड़ा' बनी मसूरी की माल रोड
पटरी व्यापारियों का आरो है कि हर साल पर्यटन सीजन शुरू होने से पहले उनको टारगेट किया जाता है और अतिक्रमण के नाम पर उनको हटाने का काम किया जाता है. उन्होंने एक स्वर में कहा कि अगर उनको हटाया गया तो वह माल रोड पर ही अपनी जान दे देंगे.
वहीं, इस मामले में एसडीएम मसूरी गोपालराम का साफ शब्दों में कहना है कि पटरी व्यापारियों को समायोजित करने के लिए पालिका द्वारा कैमल बैक रोड भेजने का प्रस्ताव पूर्व ही रखा गया था, परंतु पटरी व्यापारी वहां जाने को तैयार नहीं है. ऐसे में माल रोड पर किसी भी हाल में पटरी व्यापारियों को बैठने नहीं दिया जाएगा और अगर कोई जबरदस्ती करता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि मसूरी को खूबसूरती बनाने के लेकर प्रशासन लगातार कवायद कर रहा है, जिससे देश-विदेश के पर्यटक मसूरी में माल रोड का आनंद ले सके, परंतु अगर कोई भी माल रोड का स्वरूप को खराब करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.