ऋषिकेश में बाढ़ पीड़ितों ने समीक्षा बैठक में किया हंगामा ऋषिकेश: शनिवार को नगर निगम (Rishikesh Municipal Corporation) महापौर अनीता ममगाईं की अध्यक्षता में बाढ़ समीक्षा बैठक बुलाई गई. लेकिन, जैसे ही बैठक शुरू हुई, उसी समय बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों ने धावा बोल दिया और मौजूद निगम अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई. मीटिंग में निगम के अधिकारी, पार्षदों, उपजिलाधिकारी, विद्युत विभाग और जल संस्थान के अधिकारी भी पहुंचे थे.
नगर आयुक्त पर समस्याओं को नजरअंदाज करने का आरोप:सभागार में स्थानीय लोगों के साथ पहुंचे समाजसेवी अरविंद हठवाल ने नगर आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाते, उन्हें निक्कमा तक कह दिया. उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त शहर के हित में कोई कार्य नहीं करना चाहते हैं. ऐसे में नगर आयुक्त की हमें कोई आवश्यकता नहीं है. नगर आयुक्त को बड़े नेताओं का संरक्षण मिला है. यही कारण है कि वो जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करते रहते हैं.
खराब कार्यशैली से क्षेत्र के पार्षद बदनाम:पार्षद पति बृजपाल राणा और समाज सेवी एकांत गोयल ने कहा कि अधिकारियों की खराब कार्यशैली की वजह से क्षेत्र के पार्षद बदनाम हो रहे हैं. नदी नालों पर कब्जा होने की वजह से ही आज गंगनगर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. जिससे उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों पर जमकर गुस्सा निकाला है.
ये भी पढ़ें:नगर निगम ऋषिकेश पर पूर्व अध्यक्ष ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, सरकार से की कार्रवाई की मांग, कोर्ट जाने की दी धमकी
अधिकारियों की वजह से सरकार की हो रही बदनामी:महापौर अनीता ममगाईं ने कहा कि नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल की वजह से क्षेत्र की जनता परेशान है. ऐसे अधिकारियों की वजह से सरकार की भी बदनामी हो रही है. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया जा रहा है, लेकिन अधिकारी अपने दफ्तर से बाहर निकल कर लोगों का ध्यान देने से बच रहे हैं. ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री से शिकायत की जाएगी.
ये भी पढ़ें:ऋषिकेश में त्रिवेणी सेना करेगी कूड़ा यूजर चार्ज कलेक्शन, स्वच्छ्ता अभियान में निभाएगी अहम भूमिका