देहरादूनःविभिन्न राज्यों में हुई आग की दुर्घटनाओं के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों के अस्पतालों और नर्सिंग होम में उचित अग्नि सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में फायर डिपार्टमेंट की ओर से राजधानी देहरादून में संचालित निजी और सरकारी अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा व्यवस्था संतोषजनक बताई है, जबकि राजधानी के बीचों बीच स्थित सबसे बड़े सरकारी दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय को फायर डिपार्टमेंट की ओर से समय-समय पर अग्नि सुरक्षा व्यवस्था सुचारू करने के सुझाव दिए जाते रहे हैं. यहां अग्नि सुरक्षा इंतजाम नाकाफी हैं.
बता दें कि, उत्तराखंड फायर डिपार्टमेंट के अनुसार राजधानी देहरादून के निजी अस्पताल जिसमें श्री महंत इंद्रेश अस्पताल कैलाश, सिनर्जी मैक्स सहित सरकारी कोरोनेशन अस्पताल के अग्नि सुरक्षा मानक संतोषजनक हैं. वहीं दून अस्पताल को समय-समय पर फायर सेफ्टी नॉर्म्स पूरे करने के सुझाव दिए जाते रहे हैं.
हालांकि, फायर डिपार्टमेंट का कहना है कि अग्नि सुरक्षा मानकों को पूरा करवाने की दिशा में अस्पतालों के समय-समय पर निरीक्षण किए जाते हैं. लेकिन कोविड-19 की वजह से फिलहाल विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. कोविड-19 से जैसे ही छूट मिलेगी, विभाग के द्वारा नियम तोड़ने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, देहरादून के फायर ऑफिसर सुरेश चंद्र के मुताबिक, निजी और सरकारी अस्पतालों की बात की जाए तो राजधानी के बड़े अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा मानक संतोषजनक पाए गए हैं, लेकिन दून अस्पताल में अग्निशमन व्यवस्था तो मौजूद है, लेकिन सुचारू अवस्था में नहीं है. इसके लिए समय-समय पर दून अस्पताल प्रबंधन को फायर डिपार्टमेंट की ओर से सुझाव भी दिए जाते रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर विभाग की ओर से जो कार्रवाई होनी चाहिए वह नहीं हो पा रही है. लेकिन अस्पताल में अग्नि सुरक्षा मानकों को पूरा करने की दिशा में सुझाव दिए जा रहे हैं, ताकि आग से होने वाली किसी भी प्रकार की छोटी दुर्घटनाओं को फायर डिपार्टमेंट के पहुंचने से पूर्व आग पर काबू पाया जा सके. कोविड-19 संक्रमण से छूट मिलने के बाद नियम तोड़ने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई की जाएगी और इस संबंध में उच्चाधिकारियों को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी.