उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

आंदोलन का नया तरीका, बिजली कर्मचारियों के फोन स्विच ऑफ, फॉल्ट हुआ तो अंधेरे में रहेंगे आप

ऊर्जा निगम के फील्ड कर्मचारियों ने शाम 5 बजे से सुबह 10 बजे तक सरकारी मोबाइल स्विच ऑफ रखने की घोषणा कर दी है. जिसके बाद अब उपभोक्ताओं की परेशानियां बढ़ना तय है.

field-employees-of-energy-corporation-have-decided-to-keep-the-mobile-switch-off-after-five-o-cloc
अब उर्जा कर्मचारियों के मोबाइल हुए स्विच ऑफ

By

Published : Sep 11, 2021, 9:38 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में ऊर्जा कर्मचारियों ने उपभोक्ताओं को बड़ा झटका देने के लिए कदम बढ़ा लिया है. कर्मचारियों ने आज से शाम 5 बजे के बाद अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिए हैं. जिसके चलते राज्य के किसी भी क्षेत्र में बिजली को लेकर कोई फॉल्ट आने पर लोगों को अब अगले दिन तक अंधेरे में ही रहना होगा.

प्रदेश में बिजली विभाग के फील्ड कर्मचारियों ने ऐसा फैसला लिया है, जिसके बाद आम लोगों की मुसीबतें बढ़ना तय है. खास तौर पर इसलिए क्योंकि राज्य में इन दिनों भारी बारिश और मौसम की बेरूखी के कारण तमाम क्षेत्रों में बिजली से जुड़े फॉल्ट आ रहे हैं. ऐसे में बिजली कर्मचारियों ने जो फैसला लिया है, उसके बाद लोगों का अंधेरे में रहना तय है.

अब उर्जा कर्मचारियों के मोबाइल हुए स्विच ऑफ

पढ़ें-ऊर्जा निगम का 'दरार' वाला प्लान फेल, कर्मचारी संगठनों ने दिखाई एकजुटता

दरअसल, अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले कर्मचारी 14 सूत्रीय मांगों को सरकार के सामने रख चुके हैं, लेकिन राज्य सरकार इस पर कोई फैसला नहीं कर रही है. लिहाजा कर्मचारियों ने एक तरफ जहां 6 अक्टूबर से हड़ताल की चेतावनी दे दी है. वहीं, दूसरी तरफ आज से कर्मचारियों ने शाम 5 बजे से सुबह 10 बजे तक सरकारी मोबाइल स्विच ऑफ रखने की भी घोषणा कर दी है.

पढ़ें-ऊर्जा निगम में एक ही जगह सालों से जमे हैं कर्मचारी, कुंडली खंगालने वाला कोई नहीं

साफ है कि इस दौरान कर्मचारी क्षेत्रों में आने वाले किसी भी तरह के फॉल्ट पर काम नहीं करेंगे. जाहिर है कर्मचारियों के इस फैसले के बाद अब आम लोगों की मुसीबतें बढ़नी तय है. इस मामले पर ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत कहते हैं कि उनकी तरफ से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की गई है. यही नहीं विभाग की सचिव और एमडी से भी इस मामले में जो मांगें पूरी हो सकती हैं, उनको जल्द पूरा करने की बात कही गई है. बेवजह किसी भी मांग को नहीं लटकाने के लिए कहा गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details