उत्तराखंड

uttarakhand

By

Published : Jun 16, 2020, 12:29 PM IST

Updated : Jul 18, 2020, 5:45 PM IST

ETV Bharat / state

सस्ते में धनिया बेचने को मजबूर हुए किसान, नकदी फसलों का उचित प्रबंध कराने की मांग

जौनसार बावर में धनिया की खेती करने वाले किसानों को इसका सही दाम नहीं मिल रहा है. मंडी में हरे धनिए की कीमत 8 से 10 रुपए प्रति किलो मिल रही है. इससे किसानों की लागत भी नहीं निकल पा रही है.

सस्ती बिक रही धनियां
सस्ती बिक रही धनियां

विकासनगर: जौनसार बावर में इन दिनों धनिया की अच्छी पैदावार हुई है. लेकिन अफसोस कि किसानों को इसका सही दाम नहीं मिल पा रहा है. किसान सरकार से नकदी फसलों के लिए उचित प्रबंध करने की मांग कर रहे हैं.

जौनसार बावर की एकमात्र मंडी साहिया में आए धनिया की खेती करने वाले किसान काफी मायूस हैं. किसानों का कहना है कि मंडी में हरे धनिए की कीमत मात्र 8 से 10 रुपए प्रति किलो मिल रही है. इससे किसानों को लागत के अनुसार लाभ नहीं मिल पा रहा है. किसानों ने कहा कि पहले नकदी फसलों को ओलावृष्टि और बारिश से नुकसान हुआ. अब फसल तैयार हुई तो मंडी में सही दाम नहीं मिल रहे हैं.

किसान मोहित तोमर ने बताया कि धनिया की कीमत 8 से 10 रुपए प्रति किलो मिल रही है. पिछले साल हरी धनिया 50 रुपए किलो बिकी थी. किसान केसर सिंह ने कहा कि क्षेत्र में धनिया की पैदावार अच्छी है. लेकिन, किसानों को उचित दाम तक नहीं मिल रहे हैं. उनका किराया-भाड़ा भी पूरा नहीं हो पा रहा है. किसानों ने सरकार से ऐसा प्रबंध करने की मांग की है जिससे फसलों के उचित दाम मिलें. किसानों को आर्थिक नुकसान न हो.

सस्ते में धनिया बेचने को मजबूर हुए किसान

पढ़ें-पार्टी स्नैक्स : झटपट बनाएं टेस्टी और क्रिस्पी पोटैटो लॉलीपॉप

वहीं साहिया मंडी के आढ़ती निखिल अग्रवाल का कहना है कि इस समय दिल्ली की मंडियों में स्थानीय धनिया की आवक हो रही है. बरसात के समय यहां की धनिया का भाव बढ़ता है. लॉकडाउन के कारण देहरादून समेत अधिकांश छोटी मंडियां बंद हैं. इस कारण साहिया मंडी से धनिया की डिमांड नहीं हो पा रही है.

Last Updated : Jul 18, 2020, 5:45 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details