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सीएम त्रिवेंद्र की विधानसभा से किसानों का राजभवन कूच, 300 ट्रैक्टरों पर निकली रैली

संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में किसानों के समर्थन में राजभवन कूच करने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने न्यू कैंट रोड स्थित हाथीबड़कला चौकी के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच भारी टकराव भी देखने को मिला.

Dehradun Hindi News
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Published : Jan 23, 2021, 4:17 PM IST

Updated : Jan 23, 2021, 6:29 PM IST

देहरादून/डोईवाला:नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में किसानों के समर्थन में राजभवन कूच किया. हालांकि प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने न्यू कैंट रोड स्थित हाथीबड़कला चौकी के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी वहीं सड़क पर बैठ गए और एक सभा का आयोजन किया.

किसानों का राजभवन कूच.

इससे पहले किसान मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए प्रदर्शनकारी गांधी पार्क के सामने एकत्रित हुए. उसके बाद पैदल मार्च निकालते हुए दिलाराम चौक से होते हुए जब न्यू कैंट रोड पहुंचे, तो पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं को वहीं रोक दिया. प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने को लेकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी प्रेषित किया है.

राजभवन के लिए बड़ी संख्या में किसानों ने किया कूच.

डोईवाला के सैड़कों किसान राजभवन कर रहे कूच

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का केंद्र सरकार के साथ टकराव जारी है. किसान लगातार कृषि कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हैं. कई दौर की वार्ता के बाद भी किसान सरकार से सहमत नहीं हैं. इसी कड़ी में डोईवाला के करीब 300 किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर देहरादून राजभवन का घेराव करने के लिए निकले. डोईवाला के लच्छीवाला फ्लाईओवर और टोल टैक्स बैरियर पर भारी संख्या में पुलिस बल और पीएससी ने किसानों को रोकने की कोशिश की. लच्छीवाला टोल प्लाजा बैरियर पर किसानों और पुलिस के बीच भारी टकराव देखने को मिला. पुलिस ने बैरिकेडिंग और गाड़ियों लगाकर ट्रैक्टरों को रोकने की कोशिश की, लेकिन किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़कर और डिवाइडर हटाकर देहरादून के लिए कूच किया.

किसानों ने ट्रक खड़े कर जाम किया रास्ता.

किसानों का कहना है कि जबतक तीनों काले कानून वापस नहीं होंगे, किसान चुप नहीं बैठेंगे. इसी को लेकर किसान राजभवन घेराव के लिये निकले. किसानों को हर्रावाला के नजदीक भी रोकने की कोशिश की गई, जहां पुलिस और किसानों के बीच भारी टकराव देखने को मिला.

किसानों ने रास्ता रोका.

पढ़ें- कृषि कानूनों के विरोध में कई संगठनों ने किया मुख्यमंत्री आवास का रुख

मुकदमा दर्ज होने पर बढ़ सकती हैं मुश्किलें

देहरादून-हर्रावाला हाईवे पर किसानों का उग्र रूप देख पुलिस ने कड़ी चेतावनी दी है. देहरादून पुलिस ने किसानों को मुकदमा दर्ज कर सख्ती करने की चेतावनी दी है. पुलिस ने कहा है कि जिस भी किसान के ऊपर अगर कानूनी कार्रवाई की गई तो उसके बाद उनके न तो लाइसेंस बन पाएंगे और न ही पासपोर्ट और नौकरी जैसे विषयों पर कोई आवेदन नहीं कर पाएगा.

बहादराबाद हाईवे पर ही धरने पर बैठ गए किसान.

मुख्यमंत्री आवास से पहले भारी पुलिस बल तैनात

देहरादून मुख्यमंत्री आवास से पहले हाथीबड़कला कैंट रोड पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है.

रुड़की से भी किसान देहरादून रवाना

कृषि कानूनों के विरोध में विभिन्न किसान संगठनों के किसान बड़ी तादाद में मंगलौर गुड़ मंडी में इकठ्ठा हुए और देहरादून के लिए रवाना हुए. इस दौरान भारी पुलिस फोर्स तैनात रही. दरअसल, किसान संगठनों ने आज गवर्नर हाउस घेराव का ऐलान किया था, जिसके तहत बड़ी तादाद में किसान अपनी अपनी गाड़ियों से मंगलौर गुड़ मंडी पहुंचे थे, जहां से काफिले के रूप में देहरादून के लिए रवाना हुए.

बहादराबाद हाईवे पर पुलिस ने किसानों को रोका.

हरिद्वार में भी किसान संगठनों और पुलिस प्रशासन के बीच टकराव

वहीं, हरिद्वार स्थित बहादराबाद हाईवे पर उस समय किसान संगठनों और पुलिस प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बन गई, जब भारी संख्या में क्षेत्र के किसान आंदलोन के तहत देहरादून कूच कर रहे थे. भारी सांख्य में किसानों के काफिले को देहरादून कूच करने से पहले ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने बहादराबाद हाईवे पर रोक दिया. जिसके बाद किसान नेताओं और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के बीच मौके पर जमकर बहस हुई. आंदोलन कर रहे किसान हाईवे पर बैठ धरना प्रदर्शन विरोध करने लगे, इस दौहान बहादराबाद हाइवे पर जाम लग गया.

Last Updated : Jan 23, 2021, 6:29 PM IST

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