देहरादून:23 मई यानी कि गुरुवार के दिन लोकसभा चुनाव के नतीजे सभी के सामने होंगे. लेकिन इससे पहले सामने आए एग्जिट पोल की रिपोर्ट कितनी सही साबित होगी. इसे लेकर राजनीतिक पंडितों की अलग-अलग राय है. क्योंकि, विभिन्न एग्जिट पोल रिपोर्ट के अनुसार एनडीए एक बार फिर बंपर सीटों के साथ सत्ता में काबिज होने जा रही है तो वहीं, दूसरी तरफ यूपीए को एक बार फिर केंद्र की सत्ता से दूर दर्शाया गया है.
एक्जिट पोल पर राजनीतिक पंडितों की राय. लोकसभा चुनाव 2019 के एग्जिट पोल रिपोर्ट को लेकर जब हमने वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार से उनकी राय जानी तो वह एग्जिट पोल रिपोर्ट से कुछ संतुष्ट नजर आए. उनका साफ शब्दों में कहना था कि पिछले 5 लोकसभा चुनाव के दौरान सामने आए एग्जिट पोल रिपोर्ट पर गौर करें तो ये एग्जिट पोल रिपोर्ट बहुत सटीक साबित नहीं हुई है. ऐसे में इस बार भी जिस तरह से एग्जिट पोल रिपोर्ट में NDA को 335 से ज्यादा सीटों के साथ सत्ता में काबिज होते दिखाया जा रहा है. ये पूरी तरह से सही साबित होगा कि नहीं ये कह पाना मुश्किल है. लेकिन एनडीए केंद्र में सरकार बनाने जा रही है.
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वहीं, अगर बात सूबे की पांचों लोकसभा सीटों की करें तो एग्जिट पोल रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों में से 4 सीटें बीजेपी के खाते में जाती हुई दर्शायी गई हैं. वहीं, एक सीट कांग्रेस ने नाम बताई गई है. जिसे लेकर वरिष्ठ पत्रकार भागीरथ शर्मा का कहना है कि एग्जिट पोल रिपोर्ट में जो दर्शाया गया है, उसपर ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता. इसका प्रमुख कारण यह है कि इन एग्जिट पोल रिपोर्ट में सर्वे का आधार क्या था यह स्पष्ट नहीं किया गया है.
वरिष्ठ पत्रकार भागीरथ शर्मा की माने तो सूबे में पांचों लोकसभा सीटों में इस बार बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही पार्टी के दिग्गजों के बीच कड़ा मुकाबला है. ऐसे में सभी सीटों पर लड़ाई काफी दिलचस्प नज़र आ रही है. ऐसे में एग्जिट पोल रिपोर्ट में 4-1 सीटों का जो आंकड़ा दर्शाया गया है, उस पर भरोसा कर पाना मुश्किल है. बहरहाल, देश की जनता आखिर किसे सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाती है. इसकी तस्वीर तो कल यानी 23 मई को साफ हो ही जाएगी. लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि एग्जिट पोल रिपोर्ट 2019 आखिर वास्तविक चुनावी परिणामों से कितना मेल खा पाती है.