देहरादून: कोरोना संकट के बीच देश में जारी लॉकडाउन का आज तीसरा चरण समाप्त होने जा रहा है. ऐसे में सभी के जहन में यही सवाल है कि आखिर लॉकडाउन 4.0 का प्रारूप क्या होगा, क्या इस चरण में सरकार और अधिक सख्ती बरतेगी या फिर इसमें और अधिक रियायतें दी जाएगी ? कुछ इन्हीं सवालों के साथ ईटीवी भारत ने लॉकडाउन 4.0 को लेकर विशेषज्ञों से बात की. आईये आपको बताते हैं कि इस बारे में उनका क्या कहना है.
गौरतलब है कि कोरोना संकट के बीच बीती 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था तब सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को ही सीमित समय के लिए खोलने की अनुमति प्रदान की गई थी. वहीं कुछ ऐसे ही हालातों से हम लॉकडाउन 2.0 में भी गुजरे. लॉकडाउन 3.0 में केंद्र सरकार ने विशेष गाइडलाइन जारी कर ऑरेंज और ग्रीन जोन में विभिन्न गैर जरूरी दुकानों को एक दिन के अंतराल में खोलने की अनुमति दी. इसके साथ ही लोगों को भी सीमित समय के लिए घरों से निकलने की छूट दी गई.
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अब एक तरफ देश के साथ ही प्रदेश में दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है तो वहीं दूसरी ओर देश में लॉकडाउन 4.0 की शुरुआत होने जा रही है. ऐसे में लॉकडाउन 4.0 को लेकर वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार सिंह का मानना है लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकार अब लोगों पर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी छोड़ने जा रही है. जहां आम जनता को खुद ही सतर्कता बरतते हुए अपने आप को कोरोना संक्रमण से बचाना होगा. इसका सबसे मुख्य कारण यह है कि बीते 2 महीनों से जारी लॉकडाउन के चलते देश को बहुत बड़े आर्थिक नुकसान से गुजरना पड़ा है. ऐसे में यदि देश की आर्थिकी को पटरी पर लाना है तो इसके लिए सभी जरूरी और गैर जरूरी कार्यों को पहले की तरह शुरू करना होगा. इसके तरत लॉकडाउन 4.0 में सरकार यातायात , रेस्टोरेंट्स और उद्योगों को अनुमति प्रदान कर सकती है. वहीं हो सकता है की कुछ चुनिंदा रूटों पर घरेलू उड़ानें भी शुरू कर दी जाए.