देहरादून: फरवरी 2018 में संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में वाहनों से लगातार बढ़ रहे प्रदूषण पर चिंता जताई गई थी. जिसके बाद पर्यावरण संरक्षण के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसी कड़ी में देहरादून में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिला और वाहनों की संख्या बढ़ी, लेकिन अब तक एक भी ईवी चार्जिंग स्टेशन नहीं बने हैं. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में अब परिवहन विभाग योजना बना रहा है कि प्लेन क्षेत्रों में हर 09 किलोमीटर और चारधाम यात्रा में हर 50 किमी में चार्जिंग स्टेशन बनाया जाए.
देहरादून में 10 हजार से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन:देहरादून में वर्तमान में 10 हजार से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन हैं. कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया इंडस्ट्रीज की रिसर्च के तहत 40 गाड़ियों पर एक चार्जिंग स्विच होना जरूरी है. एक चार्जिंग स्टेशन पर औसतन 6 कनेक्टर होते हैं. ऐसे में 10 हजार वाहनों के लिए देहरादून में 250 स्विच की जरूरत है. इतने स्विच के लिए कम से कम 42 चार्जिंग स्टेशन की जरूरत होगी.
50 चार्जिंग स्टेशनों की तैयारी कर रहा परिवहन विभाग:परिवहन विभाग 50 चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना की तैयारी कर रहा है, लेकिन 2018 से अब तक शहर में कहीं पर भी चार्जिंग स्टेशन नहीं लगे हैं. ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को चार्जिंग को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिस तरीके से सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर प्रोत्साहित किया था, ऐसे में कुछ लोगों ने इलेक्ट्रिक वाहनों से अपना बिजनेस शुरू किया.
इलेक्ट्रिक कार चालकों को वाहन चार्ज करने में होती है परेशानी:इलेक्ट्रिक वाहन ट्रैवल एजेंसी की मानें तो चार्जिंग स्टेशन नहीं होने के कारण उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और चार्जिंग स्टेशन नहीं होने के कारण इलेक्ट्रिक कार चालकों को होटल में ही वाहन चार्ज करना पड़ता है. वहीं, कभी अगर वीकेंड पर जाम की स्थिति देखने को मिल जाती है तो रास्ते में ही इन गाड़ियों की बैटरी खत्म हो जाती है. ऐसे में अगर शहर भर में चार्जिंग स्टेशन खुल जाते हैं, तो इनको काफी सहूलियत मिलेगी.