देहरादून:हाल में राजधानी में किन्नर के दो गुटों में मारपीट की खबर काफी सुर्खियों में है. वहीं इस मामले में एक पक्ष ने प्रेस के माध्यम से कहा कि कुछ लोग किन्नर समाज को बदनाम कर रहे हैं. इस गुट ने अनेक आरोप लगाए हैं.
गौरतलब है कि 27 जुलाई को किन्नर समाज द्वारा बधाई मांगने को लेकर दो गुटों में झगड़ा हुआ था. मामला ने काफी तूल पकड़ा था. इस संबंध में पूर्व राज्यमंत्री रजनी रावत के गुट की पांच किन्नरों पर मुकदमा पंजीकृत कर न्यायालय में पेशकर जेल भेजा गया है.
शुक्रवार को देहरादून की गद्दी की ओर से प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता के दौरान रजनी रावत की पीआरओ रूबीना ने पक्ष रखते हुए कहा कि कुछ लोग किन्नर समाज को बदनाम करने के लिए ऐसी हरकतें करते हैं. हम लोगों में सभी किन्नरों का एरिया तय किया हुआ है लेकिन कुछ बाहरी सभी जगह से हमारे नाम पर बधाई मांगते हैं, जो गलत है.
किन्नर मारपीट मामले में रजनी रावत गुट ने रखा अपना पक्ष. उसी को रोकने के लिए झगड़ा हो गया था, लेकिन अब इसके लिए सभी मानक तय किए जा रहे हैं. पूर्व राज्यमंत्री रजनी रावत की पीआरओ रुबीना ने सफाई देते हुए बताया कि केवल देहरादून में नहीं है बल्कि बाहरी शहरों में इस तरह की लड़ाई है. अगर किसी के क्षेत्र में अन्य क्षेत्र की किन्नर दावा करता है. यह आपस में बातचीत करके मामला निपट जाता है. दूसरा गुट अपना क्षेत्र छोड़कर देहरादून में आ गया, जो नियमों का उल्लंघन है.
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उन्होंने कहा कि हमारे समुदाय में क्षेत्र बंटे होते हैं और क्षेत्र बाकायदा रजिस्टर्ड होते हैं और जो इस तरह का मामला हुआ है. यह मामला बिरादरी में भी सुलझाया जा सकता लेकिन दूसरे गुट के किन्नरों ने आतंक मचा दिया. ये नियमों का पालन नही कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि उत्तराखंड सरकार ऐसे किन्नरों पर लगाम कसने का काम करे और अगर बिरादरी में कोई लड़ाई भी हो जाती है तो इसका मतलब यह नहीं की मामला पुलिस तक पहुंचे, बल्कि आपस में भी निपटाया जा सकता है.