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अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंडियों की मदद करेगी धामी सरकार, ईटीवी भारत से मांगी जानकारी - ईटीवी भारत की खबर का असर

अफगानिस्तान में फंसे भारतीय दहशत के माहौल में जी रहे हैं. वहीं हालात रोज खराब हो रहे हैं. ऐसे में उन्होंने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है. उत्तराखंड के भी कई लोग काबुल में फंसे हुए हैं. उनकी खबर आज 17 अगस्त को ईटीवी भारत ने प्रकाशित की थी. ईटीवी भारत की खबर के बाद उत्तराखंड सरकार ने इस मामले में संज्ञान लिया.

ETV Bharat Impact
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Published : Aug 17, 2021, 7:29 PM IST

Updated : Aug 17, 2021, 10:15 PM IST

देहरादून: अफगानिस्तान में हालात बद से बदतर हो गए हैं. राजधानी काबुल समेत अधिकांश अफगानिस्तान पर पर तालिबानियों ने कब्जा कर लिया है. वहीं अफगानिस्तान में फंसे अन्य देशों के लोग वहां से निकलने की जुगत में लगे हुए हैं. सैकड़ों भारतीय भी अफगानिस्तान में फंसे हैं, उनमें कई उत्तराखंड के हैं, जिन्होंने एक वीडियो बनाकर सरकार से मदद की गुहार लगाई थी. ये खबर ईटीवी भारत ने आज 17 अगस्त को प्रमुखता से प्रकाशित की थी. ईटीवी भारत की इसी खबर का उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लिया है.

इसी खबर को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय ने ईटीवी भारत से संपर्क किया और काबुल में फंसे उत्तराखंड के लोगों के फोन नंबर व परिवार समेत अन्य जानकारियों मांगीं. ताकि सरकार काबुल में फंसे उत्तराखंड के लोगों की मदद कर सके.

ईटीवी भारत की ख़बर का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंड के नागरिकों को सकुशल स्वदेश वापस लाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. हम लगातार केन्द्र सरकार के सम्पर्क में हैं और केन्द्र सरकार ने भी हमें ये आश्वस्त किया है कि अफगानिस्तान में फंसे हर भारतीय को सकुशल स्वदेश वापस लाना उनकी प्राथमिकता है'.

ईटीवी भारत की खबर के बाद सरकार का एक्शन

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ईटीवी भारत से जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने काबुल में फंसे लोगों के परिजनों से संपर्क किया और हर संभव मदद का भरोसा दिया. काबुल में फंसे लोगों के परिजनों ने मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों से कहा कि वो उनका संपर्क विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से कर दें. ताकि वे दिल्ली में स्थिति अफगान दूतावास को अपने परिजनों के बारे में जानकारी दे सकें. इस पर मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से परिजनों से तीन से चार घंटे का समय मांगा गया है.

भारत सरकार से संपर्क कर मदद की गुहार: खबर लिखे जाने तक वीडियो जारी करने वाले ग्रुप के लोगों से ये सूचना मिली है वो लोग भारत सरकार से लगातार संपर्क कर मदद की गुहार लगा रहे हैं.

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जानकारी के मुताबिक काबुल में उत्तराखंड के 90 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं. इन लोगों ने 17 अगस्त को वीडियो बनाकर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई थी. बताया जा रहा है कि देहरादून का एजेंट उत्तराखंड के कई लोगों को अफगानिस्तान काम के लिए ले गया था. वहां जब हालात खराब हुए तो एजेंट अपने साथियों को छोड़कर भाग आया.

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एजेंट देहरादून के प्रेमनगर (ठाकुरपुर गांव) का रहने वाला है, जिसका नाम अरविंद कुमार खड़का है. अरविंद कुमार अफगानिस्तान में सलादीन सिक्योरिटी जैसी कई कंपनियों का एजेंट है. अरविंद इन कंपनियों के लिए भारत से कर्मचारी उपलब्ध करवाता है. लेकिन जैसे ही अफगानिस्तान में हालत बिगड़े अरविंद वहां से भागकर भारत आ गया. अरविंद करीब एक हफ्ता पहले ही अफगानिस्तान से निकल गया था. बताया जा रहा है कि अरविंद फिलहाल दिल्ली में है.

बता दें कि काबुल एयरपोर्ट अभी अमेरिकी सेना के कब्जे में है. भारत भी अफगानिस्तानन में फंसे भारतियों को निकालने की कोशिश में लगा हुआ है. भारत ने 17 अगस्त को अफगानिस्तानन में भारतीय राजनायिक को वापस बुला लिया है. इस दौरान भारत ने काबुल से करीब 150 लोगों का रेस्क्यू किया है.

Last Updated : Aug 17, 2021, 10:15 PM IST

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