मसूरी: उत्तराखंड सरकार द्वारा पूरे उत्तराखंड में 8 फरवरी से कक्षा 6 से 11वीं तक के स्कूलों को खोलने के आदेश दे दिए गए हैं. साथ ही सरकार द्वारा आदेश में स्कूलों के प्रशासन से कहा गया है कि वे विद्यालयों में छात्रों और शिक्षकों से कोविड के अनुसार उचित व्यवहार सुनिश्चित करवाएं. पर्यटन नगरी में कोरोना महामारी के चलते 11 माह से बंद पडे़ स्कूलों के खुलने से एक बार फिर रौनक लौट आई है. मसूरी में हिंदी माध्यमों के सभी स्कूल प्रदेश सरकार के निर्देश पर खुल गए हैं. इस दौरान छात्रों में उत्साह व खुशी देखने को मिली. वहीं विद्यालयों की ओर से कोरोना गाइड लाइन का पूरा पालन किया जा रहा है. मसूरी के ख्याति प्राप्त सेंट जार्ज कालेज ने स्कूल खुलने के साथ ही अभिभावकों को राहत दी है व फीस का लगभग पचास प्रतिशत शुल्क माफ किया है.
वहीं मुख्य सचिव ओम प्रकाश द्वारा जारी आदेश में स्कूलों से एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने को भी कहा गया है, जो इस बात पर नजर रखेगा कि कक्षाओं का नियमित सैनिटाइजेशन हो, हर छात्र और शिक्षक की थर्मल स्क्रीनिंग हो, वे मास्क लगाए हुए हों और सामाजिक दूरी का अनुपालन हो. प्रदेश में कक्षा 10वीं और 12वीं की कक्षाएं पिछले साल नवंबर से चल रही हैं. कक्षा 6 से 11वीं तक की कक्षाओं को दैहिक रूप से शुरू करने का निर्णय राज्य मंत्रिमंडल ने हाल में लिया था.
वहीं, मसूरी शहर के सेंट जार्ज कालेज खुलने के बाद प्रधानाचार्य जोजफ एम जोजफ ने बताया कि दस माह बाद स्कूल खुलने से खुशी हो रही है. वहीं बच्चों में भी उत्साह देखा गया है क्यों कि बच्चे घरो में परेशान हो गये थे. बोर्ड परीक्षा के लिए हालांकि बच्चों ने घर में ऑनलाइन पढ़ाई की, लेकिन विद्यालय पढ़ाई में बहुत लाभ मिलता है. अभी प्री बोर्ड चल रहा है उसके बाद बोर्ड की परीक्षा देने वाले बच्चों के प्रेक्टिकल करवाये जायेंगे, फिर बोर्ड के प्रेक्टिकल होगें व उसके बाद बोर्ड परीक्षा से पहले एक बार फिर प्रीबोर्ड परीक्षा होगी. वहीं अन्य कक्षाएं फरवरी अंत तक शुरू होंगी, जिसमें कुछ बच्चों को फरवरी मध्य व कुछ को उसके बाद बुलाया गया है. उसके बाद विधिवत रूप से कालेज में पढ़ाई शुरू हो जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना के कारण स्कूलों को भारी नुकसान हुआ है लेकिन उसके बाद भी स्कूल प्रबंधन कमेटी ने छात्रों की पचास से पचपन प्रतिशत शुल्क माफ किया है.
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