देहरादून:ट्रेड-यूनियन के संयुक्त मोर्चा के बैनर तले सार्वजनिक क्षेत्र की चारों जनरल इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी और कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही अपना आक्रोश व्यक्त किया.
इंश्योरेंस कंपनी से जुड़े कर्मचारी एश्ले हॉल चौक स्थित पीएनबी के सामने एकत्रित हुए और साधारण बीमा निगम व सहायक बीमा कंपनियों के निजीकरण का विरोध जताया. बता दें कि, प्रदर्शन में जनरल इंश्योरेंस एंप्लाइज ऑल इंडिया एसोसिएशन सहित करीब 18 संगठनों से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए.
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इस दौरान जनरल इंश्योरेंस इंप्लाइज एसोसिएशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी विक्रम सिंह कुमार ने कहा कि संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर साधारण बीमा की सहायक कंपनियों जैसे नेशनल इंश्योरेंस कंपनी, ओरिएंटल इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस और द न्यू इंडिया इंश्योरेंस में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल की है.
उन्होंने कहा कि कर्मचारी साधारण बीमा निगम व सहायक बीमा कंपनियों के निजीकरण व डिसइनवेस्टमेंट का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण पूरे देश में हड़ताल का आह्वान किया गया है.
कर्मचारियों के अन्य प्रमुख मांगें
- लंबित वेतन रिवीजन के लिए वार्ता शीघ्र शुरू की जाए.
- 1995 में लागू वेतन सबको दिया जाए.
- पेंशन अपडेशन की जाए और साथ ही केंद्र के समान 30 प्रतिशत फैमिली पेंशन दी जाए.
- एनपीएस का कॉन्ट्रिब्यूशन 14 प्रतिशत हो.
अपनी मांगों को लेकर एलआईसी कर्मचारियों ने की हड़ताल
एलआईसी ज्वाइंट फोरम के आह्वान पर देहरादून मंडल के एलआईसी के कार्यालयों में गुरुवार को कामकाज ठप रहा. इस दौरान कर्मचारियों ने नेहरू कॉलोनी स्थित मंडल कार्यालय पहुंचकर एलआईसी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों का कहना है कि एलआईसी प्रबंधन कार्मिकों की जायज मांगों को अनसुना कर रहा है.
संगठन के महासचिव एनएल शर्मा ने कहा कि एलआईसी कर्मचारी बीते लंबे अरसे से वेतन पुननिर्धारण करने और एलआईसी के आईओपी को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रबंधन उनकी मांगों का निस्तारण नहीं कर रहा है. इसलिए उन्हें हड़ताल करने पर मजबूर होना पड़ा.