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रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 60 लाख रुपए का गबन, वरिष्ठ सहायक गिरफ्तार

रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देहरादून के वरिष्ठ सहायक पर 60 लाख रुपए से ज्यादा के गबन करने का आरोप लगा है. पुलिस ने आरोप को गिरफ्तार कर लिया है.

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Published : Jun 30, 2021, 9:01 PM IST

देहरादून: रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ सहायक को पुलिस ने 60 लाख रुपए से ज्यादा के गबन के आरोपी में गिरफ्तार किया है. 60 लाख रुपए से ज्यादा के गबन का ये मामला साल 2012 से 2018 के बीच का है. आरोपी का नाम राकेश गुप्ता का है. पुलिस ने बताया कि 29 जून को रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ आनंद शुक्ला ने रायपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.

इसमें उन्होंने बताया था कि सीएचसी रायपुर में पूर्व में नियुक्त वरिष्ठ सहायक राकेश कुमार गुप्ता ने सीएचससी रायपुर के पंजाब नेशनल बैंक स्थित अकाउंट में साल 2012 से 2018 के बीच 60 लाख 58 हजार रुपए की यूजर चार्जेस की धनराशि का गबन किया गया है. डॉक्टर की तहरीर के आधार पर आरोपी राकेश गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के साथ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. बुधवार 30 जून को पुलिस ने आरोपी को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया है, जहां वो पुलिस के सवालों से संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

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पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया कि रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जमा होने वाले कैश को पीएनबी रायपुर स्थित सीएचसी के खाते में जमा कराना होता था. लेकिन आरोपी द्वारा सरकारी धन बैंक खाते में जमा ना कराकर गबन कर लिया. इनता ही आरोपी ने गबन को छुपाने के लिए पंजाब नेशनल बैंक की फर्जी पासबुक बनाकर कंप्यूटर के माध्यम से उस में फर्जी ट्रांजशन दिखाया. इसके अलावा बैंक ट्रेजरी चालान के फर्जी चालान रसीद बनाकर विभाग को गुमराह किया गया था. विभाग को जानकारी होने के बाद आरोपी वर्तमान में सीएचसी टिहरी गढ़वाल में नियुक्त है और विभागीय कार्रवाई के कारण निलंबित चल रहा है.

थाना रायपुर प्रभारी दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि आरोपी राकेश गुप्ता को पूछताछ के लिए थाने पर लाया गया और पूछताछ में आरोपी द्वारा अपना जुर्म स्वीकार किया गया. सबूतों के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही आरोपी राकेश गुप्ता द्वारा बताया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर में नियुक्ति के दौरान उसके द्वारा हॉस्पिटल में जमा होने वाली समस्त सरकारी धन का आय व्यय का हिसाब किताब रखा जाता था.

उसने लालच में आकर सरकारी धन को बैंक खाते में जमा न करा कर अपने निजी और पारिवारिक खर्चों में खर्च कर दिया. गबन को छुपाने के लिए धोखाधड़ी से पंजाब नेशनल बैंक की फर्जी पासबुक बनाकर कंप्यूटर के माध्यम से उस में फर्जी ट्रांजशन दिखाकर और बैंक ट्रेजरी चालान के फर्जी चालान रसीद बनाकर विभाग को गुमराह किया था.

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