रामपुर/देहरादून: जिले की टांडा तहसील का रजपुरा गांव उत्तराखंड की सीमा से सटा है. इस गांव की सरहद मुरादाबाद जिले को भी छूती है. इस गांव की विद्युत सप्लाई पिछले कई सालों से उत्तराखंड से की जा रही है. बिजली बिल का भुगतान भी उत्तराखंड के बिजली विभाग को किया जाता रहा है. वर्ष 2018 में रामपुर के स्थानीय विद्युत विभाग कर्मियों द्वारा इस गांव में खंभे और ट्रांसफार्मर लगाए गए. यहां के बाशिंदों के घरों पर मीटर भी लगाया गया. दिलचस्प बात यह है कि इन बिजली के खंभों पर आज तक विद्युत सप्लाई शुरू नहीं हुई और न ही बिजली मीटर से घरों में कनेक्शन ही कराए गए. इसके बावजूद कागजों में इन लोगों को बिजली उपभोक्ता दिखाया और बिल भेज दिया गया.
पीड़ित उपभोक्ता सुखविंदर सिंह ने बताया कि 'यहां खंभे और तार लगाए गए हैं. हमारे बिजली की सप्लाई उत्तराखंड से चल रही है. बिना बिजली सप्लाई के यहां मीटर लगा दिया गया और बिल जमा करने के लिए मोबाइल पर मैसेज आ रहे हैं. कर्मचारी गांव आकर बिल जमा करने का दबाव बना रहे हैं." वहीं पीड़ित उपभोक्ता रजवंत कौर के मुताबिक यह 2 साल से बिल आ रहे हैं, लेकिन बिजली नहीं आ रही है. बिजली विभाग ने 6500 रुपये का बिल भेजा है. अब कह रहे हैं कि बिल जमा करो. बिजली की सप्लाई पिछले कई सालों से उत्तराखंड से की जा रही है. तो यूपी में बिल कैसे जमा करें.