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पेड़ गिरने से बाल-बाल बचे लोग, विद्युत व्यवस्था हुई ठप

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Published : May 31, 2019, 12:05 AM IST

बर्लोगंज के मुख्य चौक पर एक सूखा पेड़ गिरने से इलाके में अफरा तफरी मच गई. इस पेड़ के गिरने से लोग बाल-बाल बच गए. काफी मशक्कत के बाद पेड़ को काटकर मार्ग को यातायात के लिए खोला गया. वहीं, लोगों ने वन विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं.

सूखा पेड़ गिरने से बाल-बाल बचे लोग.

मसूरी: बर्लोगंज क्षेत्र के मुख्य चौक पर एक सूखा पेड़ गिरने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई. इस विशालकाय पेड़ की चपेट में आने से कई लोग बाल-बाल बच गए. वहीं, एक कार और स्कूटर क्षतिग्रस्त हो गई. साथ ही विद्युत पोल भी क्षतिग्रस्त होने जाने से क्षेत्र की विद्युत सेवाएं भी ठप हो गई. पेड़ के गिरने की सूचना पर मसूरी वन विभाग, मसूरी पुलिस और फायरमैन घटनास्थल पर पहुंचे. काफी मशक्कत के बाद पेड़ को काटकर मार्ग को यातायात के लिए खोला गया. वहीं, लोगों ने वन विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं.

सूखा पेड़ गिरने से बाल-बाल बचे लोग.

स्थानीय निवासी महिमानंद ने बताया कि जब पेड़ गिरा तो उस समय वहां से स्कूल के बच्चे और स्थानीय लोग गुजर रहे थे. पेड़ गिरने की आवाज से सब भाग खड़े हुए, जिससे सभी लोग बाल- बाल बच गए.

क्षेत्रीय सभासद सरिता देवी और सभासद सुरेश थपलियाल ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि पिछले कई महीनों से पत्र लिखकर और मौखिक रूप से वन विभाग के अधिकारियों को बर्लोगंज के मुख्य चौक पर सूखे पेड़ को हटाने की मांग की जा रही थी. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त वन विभाग के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.

उन्होंने बताया कि मसूरी बर्लोगंज क्षेत्र और झड़ीपानी में कई सूखे पेड़ है, जिनको जल्द कटवाने की आवश्यकता है. ऐसे में अगर इन पेड़ों को जल्द नहीं हटाया गया तो बड़ा हादसा हो सकता है. विभाग के अधिकारियों द्वारा बड़े ठेकेदारों के कहने पर हरे भरे पेड़ को कटवा दिया जाता है वहीं, जनता के द्वारा लाख शिकायत करने पर भी वन विभाग सूखे पेड़ों को कटवाने में लापरवाही करता है. ऐसे में वन विभाग के उच्च अधिकारियों और वन कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.

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