देहरादून: उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर पहले चरण यानी 11 अप्रैल को मतदान किया जाएगा. मतदान होने में महज दो दिन बचे हुए हैं. जिसे देखते हुए प्रत्याशियों के प्रचार-प्रसार पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. निर्वाचन आयोग के नियमानुसार प्रत्याशी और सभी राजनीतिक पार्टियों को मतदान दिवस के 48 घंटे पहले प्रचार-प्रसार बंद करना होता है. जिसके तहत अब सियासी दल चुनावी जनसभा और स्पीकर से प्रचार नहीं कर पाएंगे.
आज से सियासी दल चुनावी जनसभा और स्पीकर से नहीं कर पाएंगे प्रचार, जानिए क्या है वजह
निर्वाचन आयोग के नियमानुसार प्रत्याशी और सभी राजनीतिक पार्टियों को मतदान दिवस के 48 घंटे पहले प्रचार-प्रसार बंद करना होता है. जिसके तहत अब सियासी दल चुनावी जनसभा और स्पीकर से प्रचार नहीं कर पाएंगे.
उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर कुल 52 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. बता दें कि निर्वाचन आयोग ने 10 मार्च को चुनाव की तारीख की घोषणा की थी. जिसके बाद से ही प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई थी.
इस लोकसभा चुनाव की बात करें तो सभी प्रत्याशियों को सिर्फ 12 दिन ही चुनाव प्रचार-प्रसार के लिए मिले. उत्तराखंड की दो मुख्य पार्टियां भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों ने मतदाताओं को साधने की खूब कोशिश की. उत्तराखंड में कांग्रेस के मुख्य स्टार प्रचारक राहुल गांधी ने तीन जनसभाएं की तो भाजपा के मुख्य स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी ने दो जनसभाओं को संबोधित किया.
पांचों लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी
- टिहरी लोकसभा सीट पर 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में.
- गढ़वाल लोकसभा सीट पर 9 उम्मीदवार चुनावी मैदान में.
- हरिद्वार लोकसभा सीट पर 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में.
- अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर 6 उम्मीदवार चुनावी मैदान में.
- नैनीताल-उधमसिंहनगर लोकसभा सीट पर 7 उम्मीदवार चुनावी मैदान में.