देहरादूनःउत्तराखंड विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने की दिशा में किसी भी स्तर से धन-बल का दुरुपयोग न हो इसको लेकर उत्तराखंड में फ्लाइंग स्क्वायड की सैकड़ों टीमें जगह-जगह नाकेबंदी और चेक पोस्ट पर धरपकड़ करने में जुटी हैं. इसी क्रम में बुधवार को देहरादून के नेहरू कॉलोनी फवारा चौक पर फ्लाइंग स्क्वायड टीम ने कार सवार युवकों से ₹30 लाख कैश बरामद किया है.
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, इतनी बड़ी मात्रा में रुपयों के विषय में सही सत्यापन न दिखाने की सूरत में फ्लाइंग स्क्वायड टीम ने बरामद ₹30 लाख फिलहाल जब्त कर लिए हैं. हालांकि, अभी इस पूरे मामले में आरोपियों से जांच पड़ताल कर पूछताछ चल रही है. जिला प्रशासन के मुताबिक, ₹30 लाख की नकदी पकड़ने के मामले में इनकम टैक्स टीम को भी सूचना दी गई है, जो अपनी तरफ से अब आगे की छानबीन करेगी.
चुनाव फ्लाइंग स्क्वायड टीम ने कार से पकड़े ₹30 लाख. ये भी पढ़ेंःउत्तराखंड के 50 बॉर्डर चेकपोस्ट पर रहेगा सख्त पहरा, तीन राज्यों की पुलिस के बीच बना समन्वय
देहरादून जिलाधिकारी आर राजेश कुमार ने बताया कि नेहरू कॉलोनी फवारा चौक पर कार सवार युवकों से फ्लाइंग स्क्वायड टीम ने ₹30 लाख पकड़े हैं. रुपयों के बारे में किसी तरह का कोई लेन-देन या बैंक स्टेटमेंट जैसा कोई सबूत पेश न करने के चलते फिलहाल धनराशि को फ्लाइंग स्क्वायड टीम ने अपने कब्जे में लिया है. आरोपित लोगों से जानकारी जुटाई जा रही है कि वो इतना कैश बिना सबूत के कहां ले जा रहे थे.
जिलाधिकारी आर राजेश कुमार ने बताया कि, चुनाव आचार संहिता के दौरान कहीं भी कैश ट्रांसपोर्टेशन के लिए बैंक से लेन-देन या अन्य तरह के कोई वैलिड सबूत दिखाकर ही नकदी को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है. अगर रुपयों का कोई सत्यापन नहीं मिलता तो ऐसे में उन्हें जब्त कर लिया जाता है. जिलाधिकारी ने बताया कि फ्लाइंग स्क्वायड टीम का मकसद किसी को परेशान करना नहीं है, लेकिन अगर नकदी एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसपोर्ट की जाती है तो उसके लिए सबूत साथ में होने आवश्यक हैं, उन्हीं के आधार पर कार्रवाई तय होती है.
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बता दें कि, देहरादून जनपद में 15 चेक पोस्ट सहित कई नाके लगाए गए हैं, जहां 60 फ्लाइंग स्क्वायड टीमें इस तरह की नकदी और अन्य आपत्ति व अवैध सामग्रियों की धरपकड़ कर रही है. बीते रोज भी पुलिस मुख्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों की बैठक हुई. दरअसल, यह बैठक उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आपराधिक एवं असामाजिक तत्वों पर लगाम लगाने के लिए आयोजित की गई.