देहरादून: प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बीते साल 7 और 8 अक्टूबर को आयोजित की गई थी. इन्वेस्टर्स समिट में लगभग एक लाख 24 हजार करोड़ रुपये के 601 एमओयू साइन हुए थे, जिसमे से एमएसएमई सेक्टर में अभी तक 253 एमओयू का ही जमीनी हकीकत पर 998 करोड़ का इन्वेस्ट हुआ है. इसके साथ ही इस इन्वेस्टर्स समिट के कितने प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है, देखिए ये रिपोर्ट...
इन्वेस्टर्स समिट-2018 के बाद उत्तराखंड में प्रभाव. गौरतलब हो कि साल 2018 में राज्य सरकार ने उत्तराखंड में उद्योग लगाने और निवेशकों को प्रदेश में निवेश करने पर विशेष प्रावधान देने को लेकर इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया था. राजधानी में आयोजित दो दिवसीय उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इन्वेस्टर्स समिट में देश-विदेश के हजारों निवेशकों को आमंत्रित किया गया था, जिससे देश-विदेश के निवेशक उत्तराखंड की तरफ आकर्षित होकर प्रदेश में निवेश करें.
राज्य सरकार के अनुसार, पिछले साल हुए इन्वेस्टर्स समिट में देश-विदेश से करीब 4 हजार इन्वेस्टर्स शामिल हुए थे. इस इन्वेस्टर्स समिट में 1 लाख 24 हजार करोड़ के 601 एमओयू भी साइन हुए थे. इसमें से 391 एमओयू के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है और प्रदेश में करीब 17405.57 करोड़ की ग्राउंडिंग इन्वेस्ट हो चुका है. प्रदेश में इस इनवेस्टमेंट से 46,272 लोगों को रोजगार मिलने की बात कही गई थी. लेकिन, इन्वेस्टर्स समिट को 1 साल का समय होने वाला है, लेकिन अभी तक जमीनी हकीकत में किसी को रोजगार नहीं मिल पाया है. हालांकि, सरकार का दावा जरूर है कि आने वाले समय में प्रदेश में उद्योग विकसित हो जाएंगे, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा.
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एमएसएमई सेक्टर में हुए एमओयू का जमीनी हकीकत
राज्य सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट-2018 में एमएसएमई सेक्टर में 384 एमओयू साइन हुए थे, जिसके तहत प्रदेश के भीतर एमएसएमई सेक्टर में 1558 करोड़ रुपये का निवेश होना था. इसमें से अभी तक 253 एमओयू यानी 998 करोड़ रुपये के इन्वेस्ट पर ही ग्राउंड पर काम चल रहा है, जिससे एमएसएमई सेक्टर में प्रदेश के 10,462 लोगों को रोजगार मिलेगा.
- अल्मोड़ा जिले में निवेश के लिए 15 प्रोजेक्ट यानि कुल 40.32 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. जिसमें से 11 प्रोजेक्ट यानि 23.95 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
- बागेश्वर जिले में निवेश के लिए 4 प्रोजेक्ट यानि कुल 10.25 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसके चारों प्रोजेक्टों का काम धरातल पर चल रहा है.
- चमोली जिले में निवेश के लिए 34 प्रोजेक्ट यानि कुल 79.43 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसमें से 28 प्रोजेक्ट यानि 72.72 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
- चंपावत जिले में निवेश के लिए 31 प्रोजेक्ट यानि कुल 30.045 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसमें से 24 प्रोजेक्ट यानि 20.625 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
- देहरादून जिले में निवेश के लिए 76 प्रोजेक्ट यानि कुल 232.81 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसमें से 44 प्रोजेक्ट यानि 128.76 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
- हरिद्वार जिले में निवेश के लिए 30 प्रोजेक्ट यानि कुल 358.06 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसके सभी प्रोजेक्टों का काम धरातल पर चल रहा है.
- नैनीताल जिले में निवेश के लिए 19 प्रोजेक्ट यानि कुल 67.68 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसमें से 12 प्रोजेक्ट यानि 34.88 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
- पौड़ी गढ़वाल जिले में निवेश के लिए 37 प्रोजेक्ट यानि कुल 113.75 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसमें से 36 प्रोजेक्ट यानि 113.50 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
- पिथौरागढ़ जिले में निवेश के लिए 25 प्रोजेक्ट यानि कुल 26.43 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसमें से 10 प्रोजेक्ट यानि 7.58 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
- रुद्रप्रयाग जिले में निवेश के लिए 10 प्रोजेक्ट यानि कुल 18.172 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसमें से 8 प्रोजेक्ट यानि 13.372 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
- टिहरी जिले में निवेश के लिए 26 प्रोजेक्ट यानि कुल 267.54 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसमें से 14 प्रोजेक्ट यानि 80.68 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
- उधमसिंह नगर जिले में निवेश के लिए 66 प्रोजेक्ट यानि कुल 303.19 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसमें से 27 प्रोजेक्ट यानि 129.55 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
- उत्तरकाशी जिले में निवेश के लिए 11 प्रोजेक्ट यानि कुल 11.075 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे. इसमें से 5 प्रोजेक्ट यानि 4.075 करोड़ रुपये का काम धरातल पर चल रहा है.
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि प्रयास किया जा रहा है कि जो उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट-2018 में एमओयू साइन हुए थे, उसे आगे बढ़ाया जाए. साथ ही मुंबई में बीते दिनों हुए कॉन्क्लेव में उद्योग जगत की अनेक हस्तियों से मुलाकात हुई थी. इन उद्योगपतियों ने उत्तराखंड आने को लेकर बड़ी उत्सुकता प्रदर्शित की है. फिल्म इंडस्ट्री या इंडस्ट्री के लोग सभी ने वादा किया है कि वह उत्तराखंड आएंगे.
साथ ही बताया कि पिछले साल उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट के दौरान जिन लोगों के साथ एमओयू साइन हुआ था. उनके साथ भी बातचीत हुई है. उम्मीद है कि जो उत्तराखंड में औद्योगिक विकास है और विशेषकर जो छोटे उद्योग हैं. उसे विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है और भविष्य में प्रदेश के करीब 47 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा.