देहरादून: शिक्षा के क्षेत्र में पहाड़ी राज्य इस दफा केंद्र से विशेष तौर पर उम्मीद लगाए बैठे हैं. संभावना है कि नई शिक्षा नीति में पहाड़ी राज्यों को मूलभूत व्यवस्थाओं में खास तवज्जो मिलेगी. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के उत्तराखंड दौरे के दौरान उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे उनके सामने शिक्षा विभाग की तमाम जरूरतों से जुड़ी बातों को रखेंगे.
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संसद में हिमालयी राज्यों को खास तवज्जों दिए जाने की मांग उठाने वाले डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से अब पहाड़ी राज्यों को बेहद ज्यादा उम्मीदें हैं. शिक्षा के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की दिशा में पहाड़ी राज्य नई शिक्षा नीति में प्राथमिकता चाहते हैं.
इसी में उत्तराखंड भी शिक्षा के क्षेत्र में इस बार पहले से कहीं ज्यादा उम्मीद लगाए बैठा है. ऐसा इसलिए क्योंकि उत्तराखंड से सांसद डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक अब केंद्र में मानव संसाधन मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
खास बात यह है कि रमेश पोखरियाल निशंक केंद्रीय मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी लेने के बाद पहली बार उत्तराखंड आए हैं और इस दौरान शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे उनके सामने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के हालातों को रखने जा रहे हैं.
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की मानें तो निशंक संसद में हमेशा हिमालयी राज्यों के हितों को लेकर बोलते रहे हैं. ऐसे में अब शिक्षा महकमे को उम्मीद है कि वह पहाड़ी राज्यों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में विशेष तवज्जो देंगे. ताकि शिक्षा की आधारभूत जरूरतों को केंद्र के माध्यम से पूरा किया जा सके.
उत्तराखंड शिक्षा महकमे से जुड़ी जरूरी बातें
- उत्तराखंड शिक्षा महकमे को सबसे पहले केंद्र के प्रदेश के बकाया बजट को जल्द रिलीज करने की जरूरत है.
- स्कूली शिक्षा में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की जरूरत.
- शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण की जरूरत.
- पहाड़ों में शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए बजटीय दिक्कतों को दूर करने की जरूरत.