देहरादून: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 वी तक के छात्रों को इस शैक्षिक सत्र में शिक्षा विभाग खुद अपने स्तर से किताबें बांटने का एलान कर चुका है. प्रदेश में अप्रैल माह से ही नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो चुका है. बच्चे ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई भी कर रहे हैं. इसके बावजूद अब तक बच्चों को विभाग की ओर से किताबें मुहैया नहीं हो सकी हैं.
गौरतलब है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के छात्रों की कुल संख्या 8.89 लाख है. ऐसे में वर्तमान में प्रदेश के यह सभी छात्र अपने स्तर से ही किताबों का इंतजाम कर किसी तरह ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं.
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देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ. मुकुल कुमार सती ने बताया कि जनपद देहरादून के सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से लेकर कक्षा 12वीं में पढ़ने वाले छात्रों की 85 हजार के आसपास है. ऐसे में उनकी ओर से निदेशालय को छात्रों की संख्या से अवगत करा दिया गया है. छात्रों को किताबें मुहैया कराने को लेकर टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी. वैसे ही छात्रों को तत्काल प्रभाव से किताबें मुहैया कराने का प्रयास किया जाएगा.
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गौरतलब है कि साल 2018 के बाद से शिक्षा विभाग की ओर से डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के जरिए किताबों के मूल्य के बराबर पैसा देने की योजना लागू की गई थी. इस बार कोरोना काल को देखते हुए विभाग ने खुद बच्चों को खुद अपने स्तर से किताबें बांटने का निर्णय लिया था.
इसके तहत विभाग के सामने कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक के छात्रों के लिए कुल 77 लाख किताबों की व्यवस्था करने की चुनौती है. इसमें जहां कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8वीं तक के छात्रों के लिए 57 लाख से ज्यादा किताबों की जरूरत होगी. वहीं, कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं तक के छात्रों लिए 20 लाख से ज्यादा किताबों की व्यवस्था विभाग को करनी होगी.