लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर आरोप प्रत्यारोप देहरादून: उत्तराखंड राज्य में एक हफ्ते के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे. इन दोनों नेताओं ने ही न सिर्फ आगामी चुनाव के मद्देनजर भाजपा कार्यकर्ताओं के जोश को बढ़ाया, बल्कि कार्यशैली के संबंध में तमाम मार्गदर्शन भी दिए. वहीं, कांग्रेस पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अभी काफी पीछे नजर आ रही है. इसकी मुख्य वजह यही है कि जहां भाजपा के दो सबसे बड़े चेहरे उत्तराखंड आकर मार्गदर्शन दे चुके हैं, कांग्रेस पार्टी का एक भी राष्ट्रीय नेता और ना ही प्रदेश प्रभारी उत्तराखंड पहुंचे हैं.
पीएम मोदी उत्तराखंड का दौरा कर चुके हैं लोकसभा चुनाव की तैयारी में पिछड़ी कांग्रेस! आगामी साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बेहद कम समय ही बचा है. यही वजह है कि राजनीतिक पार्टियां दमखम से तैयारी में जुटी हुई हैं. मुख्य रूप से देखें तो उत्तराखंड राज्य में फिलहाल आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा पूरी तरह से सक्रिय दिखाई दे रही है. या फिर यूं कहें कि भाजपा लोकसभा चुनाव को लेकर तेज गति से आगे बढ़ रही है. एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत प्रदेश प्रभारी और तमाम नेता उत्तराखंड दौरे पर आ चुके हैं, तो वहीं विपक्षी दल कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता तो दूर प्रदेश प्रभारी भी गायब हैं.
अमित शाह भी उत्तराखंड आ चुके हैं. पीएम मोदी और अमित शाह कर चुके उत्तराखंड दौरा: ऐसे में आगामी लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा नेताओं का प्रदेश में डेरा और कांग्रेस नेताओं का नदारद होना, राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का विषय बना हुआ है. मुख्य रूप से भाजपा इस लोकसभा चुनाव में भी पांचों सीटों को जीतकर हैट्रिक बनाना चाहती है. इसको लेकर भाजपा लोकसभा चुनाव को काफी गंभीरता से लेते हुए अभी से ही रणनीतियां बनाकर उसे इंप्लीमेंट करने की कवायद में जुट गई है. वहीं कांग्रेस के लिए भी एक बड़ी चुनौती यही है कि पिछले दो लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की एक भी सीट हासिल नहीं कर पाई है. इसके चलते इस बार कांग्रेस पर भी एक बड़ा दबाव है कि वह भाजपा की हैट्रिक पर पलीता लगाते हुए कुछ सीटों को अपने कब्जे में कर सके.
ये भी पढ़ें: 24वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद बैठक, तस्वीरों में देखें अमित शाह और योगी का उत्तराखंड दौरा
कांग्रेस ने बताया कछुआ और खरगोश की रेस: कांग्रेस नेताओं का उत्तराखंड दौरा न होने के सवाल पर कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने खरगोश और कछुए की कहानी बताते हुए कहा कि इस चुनावी रेस में भाजपा के नेता भागते दौड़ते दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि उनको जरूरत भी है. भाजपा को पता है कि जनता महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त है. उनके खिलाफ एंटी इनकंबेंसी तेजी से बढ़ती जा रही है. यही वजह है कि भाजपा के बड़े नेता उत्तराखंड आकर फील्डिंग कर रहे हैं. कुल मिलाकर कांग्रेस इस बात को कह रही है कि वह खरगोश की तरह तेज दौड़ से नहीं बल्कि कछुए की तरह धीमी गति से चलकर इस चुनाव को जीतेगी.
ये भी पढ़ें: PM Modi Adi Kailash Yatra: पीएम मोदी ने आदि कैलाश में लगाया ध्यान, शंख और डमरू बजाकर की शिव भक्ति
बीजेपी ने कहा कांग्रेस के पास न विजन ना विजनरी लीडरशिप: उधर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला ने कहा कि कांग्रेस के पास न विजन है और ना ही विजनरी लीडरशिप है. साथ ही कांग्रेस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि कांग्रेस बताए कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष कितनी बार उत्तराखंड आए हैं? उनकी सरकार रहते हुए पीएम कितनी बार उत्तराखंड आए है? कैंथोला ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश की जनता को सिर्फ छलने का काम किया है. ऐसे में कांग्रेस के नेताओं और केंद्रीय नेताओं को उत्तराखंड और प्रदेश के नागरिकों से कोई लेना देना नही है. लिहाजा, आने वाले समय में कांग्रेसी नेताओं के जो दौरे प्रस्तावित हैं वो प्रस्तावित ही रहने वाले हैं. क्योंकि उन्हें पता है कि उत्तराखंड की पांचों लोकसभा की सीटें भाजपा जीतने वाली है.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड कांग्रेस को बड़े नेताओं का इंतजार, माहरा बोले- BJP की खिसक रही जमीन, नैरेटिव सेट करने आ रहे नेता